वीनियर ग्राफ्टिंग से तैयार हो रहे हैं अमरूद के पौधे
सूरवाल. दोंदरी गांव में अमरूद के पौधे वीनियर ग्राफ्टिंग से तैयार किए जाने लगे हैं। अब तक किसानों के पास अमरूद के पौधे दूसरे राज्यों से आते थे, जो महंगे होते थे, लेकिन अब किसान खुद ही बीज से पौधे तैयार करने में जुटे हुए हैं।
किसान नई पौध तैयार करने के लिए बीज में डेढ़-दो साल पुरानी अमरूद की टहनी लगा देते हैं तथा उस पर टेप चढ़ा देते हैं। इस प्रकार से स्थानीय स्तर पर अमरूद के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। करमोदा, दोंदरी, मथुरापुर में किसान बीज से इसी प्रकार पौधे तैयार करने में जुटे हुए हैं। किसानों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर ही अब पौधे तैयार होने लगेंगे। बाहर से मंगवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
उधर, कृषि विभाग के पर्यवेक्षक विजय जैन ने बताया कि स्थानीय स्तर पर तैयार किए जा रहे पौधों में उसी प्रकार की गुणवत्ता रहेगी, जो बाहर से मंगवाने में होती है। किसान उसी बीज से पौधे तैयार में लगे हुए हैं। इसका सर्वेक्षण भी किया जा चुका है। इस प्रकार से पौधे तैयार करने की विधि को वीनियर ग्राफ्टिंग कहा जाता है।
मंगवाना पड़ रहा है मोल का पानी
क्षेत्र में अधिकतर किसानों ने अमरूदों के बगीचे लगा रखे हैं, लेकिन इनकी सिंचाई के लिए किसानों को मोल का पानी मंगवाना पड़ रहा है। बढ़ते तापमान और पानी की समस्या के चलते अमरूद के कई पौधे दम तोड़ते नजर आने लगे हैं। सूरवाल, करमोदा, दोंदरी सहित आसपास के गांवों में किसानों के लिए यही समस्या है।
अगले दिनों में बढ़ेगी
नई सरसों की शुरू हुई आवक
गंगापुरसिटी . यहां की कृषि उपज मण्डी समिति में इन दिनों नई सरसों की आवक शुरू हो गई है। इससे मण्डी परिसर में अब नई सरसों की ढेरियां नजर आने लगी हैं।
वर्तमान में मण्डी में प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार बोरी सरसों की आवक हो रही है। कुछ दिनों बाद सरसों की आवक बढऩे की उम्मीद है। हालांकि कुछ पुरानी सरसों की भी आवक बनी हुई है। इन दिनों सरसों का भाव 3450 से 3750 के मध्य चल रहा है।
मण्डी कार्मिकों के अनुसार अगले सप्ताह से सरसों की बम्पर आवक होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि विशिष्ठ श्रेणी का दर्जा प्राप्त गंगापुरसिटी की कृषि उपज मण्डी समिति में क्षेत्र के गांवों के अलावा अन्य स्थानों से भी जिंसों की आवक होती है। सपोटरा क्षेत्र, बामनवास क्षेत्र, बाटोदा इलाका, छोटी उदेई, गण्डाल, पिलोदा, वजीरपुर, खण्डीप, मैडी, दौती इलाका आदि से मण्डी में फसलों की आवक होती है।
गत पांच दिन में आई सरसों
दिनांक आवक( क्विंटल में)
30 जनवरी 1348
31 जनवरी 1400
1 फरवरी 1440
2 फरवरी 2000
3 फरवरी 1310