
शहर समेत आस-पास क्षेत्र में बढ़ते अपराधों का प्रमुख कारण अवैध हथियार हैं। समाजकंटक इनके बूते ही वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस व एसओजी की ओर से एक के बाद एक अवैध हथियार पकड़े जाने से साफ है कि क्षेत्र में अवैध हथियारों का कारोबार चल रहा है। हथियारों की बरामदगी और बढ़ती आपराधिक घटनाएं पुलिस की सतर्कता भी सवालिया निशान लगा रही है।
कैरियर करते हैं आपूर्ति
दूसरे राज्यों में अवैध हथियारों का निर्माण करने वाले लोगों ने गंगापुरसिटी क्षेत्र में अपना नेटवर्क स्थापित कर रखा है। यहां मध्यप्रदेश के धार व गिढवानी क्षेत्र से पिस्टल, देसी कट्टे व कारतूस जैसे हथियार पहुंच रहे हैं। कैरियर के माध्यम से अवैध हथियारों को सवाईमाधोपुर व करौली जिले के शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाया जाता है। इसके बाद ये घातक हथियार 5 से 10 हजार की कीमत में लोगों तक पहुंच जाते हैं।
निरंतर निगरानी की जरूरत
पुलिस कार्रवाई के दौरान यदा-कदा अवैध हथियार पकड़े जाते हैं। कार्रवाई के बाद ढिलाई के चलते फिर से अवैध हथियारों का आपूर्ति शुरू हो जाती है। विशेष अभियान संचालित करने और निरंतर निगरानी से इस पर अंकुश लगाया जा सकता है।
केस-1
कोतवाली थाना पुलिस ने 24 मई को दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपितों के कब्जे से दो देसी कट्टे, नौ कारतूस व एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की।
केस-2
कोतवाली थाना पुलिस ने 24 मई को सपोटरा क्षेत्र के निवासी एक युवक के कब्जे से 315 बोर के दो देसी कट्टे व दो कारतूस बरामद किए थे। यह कार्रवाई सैनिकनगर क्षेत्र में की गई थी।
केस-3
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने 2 जून की रात कॉलेज रोड पर कार्रवाई को अंजाम देकर एक युवक व एक बाल अपचारी किशोर के कब्जे से 5 पिस्टल तथा 96 कारतूस बरामद किए।
जुटा रहे हैं जानकारी
पुलिस की ओर से अवैध हथियारों की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस ने हाल ही कई अवैध हथियार पकड़े है। गोपनीय रूप से जानकारी जुटाने की कार्रवाई भी चल रही है।
-हरिमोहन शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक, गंगापुरसिटीI
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