
सुभाष मिश्रा
Red Radish Farming: सवाईमाधोपुर के करमोदा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र पर स्वादिष्ट लाल मूली की खेती की जा रही है। सफेद की तुलना में लाल मूली में अधिक एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसका उपयोग सब्जी व सलाद में होता है। किसानों को इसमें अधिक रुचि होती है क्योंकि उन्हें इसके अधिक भाव मिलते हैं।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बी.एल. ढाका ने बताया कि भारत में विदेशी सब्जियों की बढ़ती मांग के बीच लाल मूली काफी लोकप्रिय हो रही है। पहले लाल मूली की खपत बड़े शहरों तक ही सीमित थी लेकिन सोशल मीडिया के दौर में छोटे कस्बों में भी इसकी मांग बढ़ रही है। यह कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली फसलों में से एक है।
लाल मूली विटामिन ए, बी- 6, सी, ई और के से भरपूर होती है। साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट,फाइबर, जिंक, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, तांबा, कैल्शियम, आयरन और मैंगनीज से भरपूर होती है। यह सभी पोषक तत्व हमारे स्वस्थ शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसका सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है। वहीं शरीर की विषाक्तता को भी बाहर निकाल देता है। लाल मूली के पत्ते भी साधारण मूली से अधिक स्वादिष्ट होते हैं।
किसान लाल मूली की खेती से भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। लालमूली सफेद मूली से ज्यादा भाव में बिकती है। इसकी खेती सामान्यत: ठंड के मौसम में होती है। किसानों को जानकारी नहीं होने से लाल मूली बाजार में कम ही उपलब्ध होती है। इसमें सामान्य मूली से ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। केन्द्र पर लालमूली की उपयोगिता व मुनाफे के बारे में जानकारी दी जाती है।
- डॉ.सुरेश बैरवा, विषय विशेषज्ञ उद्यान व सहायक आचार्य, कृषि विभाग केन्द्र, करमोदा
Published on:
07 Mar 2024 01:47 pm
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