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Sawaimadhopur: डेढ़ महीने में बाघ का चौथी बार हमला, कृषि पर्यवेक्षक का पैर पकड़ा, होमगार्ड ने डंडे से छुड़ाया तो पंजा मारकर किया घायल

सवाईमाधोपुर जिले में रणभम्भौर एरिया के तहत आने वाले खंडार रेंज में बाघ ने दो लोगों पर हमला कर दिया। डेढ़ महीने में बाघ ने चौथी पर इंसानों पर हमला किया है।

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Sawaimadhopur Ranthambore Tiger attacks

बाघ के हमले से घायल (फोटो पत्रिका नेटवर्क)

सवाईमाधोपुर: रणथम्भौर बाघ परियोजना में बाघों के हमलों का सिलसिला लगातार जारी है। अब शुक्रवार को फिर से रणथम्भौर की खण्डार रेंज में बाघ के हमले में दो लोगों के घायल होने का मामला सामने आया है।


वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, कैलाशपुरी के वन क्षेत्र में बाघ के हमले में घायल होने वालों में कृषि पर्यवेक्षक सीताराम सैनी तथा उसे बचाने वाला वन विभाग का एक होमगार्ड बाबूलाल मीणा शामिल हैं। दोनों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। गौरतलब है कि पिछले डेढ़ महीने में बाघ के हमले में तीन लोगों की जान जा चुकी है।


बाघ ने पकड़ा कृषि पर्यवेक्षक का पैर, होमगार्ड ने डंडे से छुड़ाया तो पंजा मारा


जानकारी के अनुसार, घटना कैलाशपुरी के पास एनीकट की बताई जा रही है। यहां अक्सर बाघ-बाघिन पानी पीने के लिए आते रहते हैं। शुक्रवार को यहां बाघ का मूवमेंट था। वन विभाग की टीम भी एहतियातन यहां लगी हुई थी। इस दौरान पर्यवेक्षक सीताराम सैनी इधर होकर जा रहे थे। नजदीक जाने पर बाघ ने सैनी का पैर पकड़ लिया। यहां लगे होमगार्ड बाबूलाल मीणा ने हमला करते देख तुरंत बाघ पर डंडा मारकर सीताराम के पैर को छुड़वाया।

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हालांकि, इस घटनाक्रम में बाघ ने होमगार्ड के सिर और कमर पर हल्का पंजा मार दिया, जिससे उसे खरोंच आई। फिलहाल, बाघ का मूवमेंट घटना स्थल के पास ही बना हुआ है। बाघ उम्रदराज है, लेकिन उसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। जानकारी के अनुसार, यहां बाघिन लाडली यानी टी-8 का मूवमेंट रहता है और यह बाघिन भी उम्रदराज है।


टेरिटरी के लिए मूवमेंट बढ़ा


रणथम्भौर में अब बाघों की संख्या बढ़ने के साथ ही क्षेत्र कम पड़ने लगा है। ऐसे में बाघ टेरिटरी की तलाश में अन्य जगहों पर शरण लेने लगे हैं। हाल ही में एक युवा बाघ टी-139 जोन दस से निकलकर बूंदी के इंद्रगढ़, लाखेरी वन क्षेत्र की ओर चला गया है। वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरे में इसकी फोटो भी कैद हुई है। वन विभाग की ओर से बाघ की ट्रेकिंग के प्रयास भी किए जा रहे हैं। वहीं, सरिस्का में बाघिन 2401 करीब एक माह से नहीं मिल रही है।


पिछले डेढ़ माह में कब-कब हुए हमले


21 अप्रैल- बाघिन ने सात साल के बालक कार्तिक को अपना निशाना बनाया था। बच्चे पर बाघिन ने भीड़ के बीच त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर हमला किया था।
11 मई- जोगी महल के पास रेंजर देवेंद्र सिंह पर शावकों ने हमला किया था। अंदेशा है कि इस हमले में दो शावक शामिल थे।
9 जून- सुबह 4.30 बजे जैन मंदिर के चौकीदार राधेश्याम सैनी पर बाघ ने हमला किया।


मौके पर टीम को भेजा गया


कैलाशपुरी एनिकट के टाइगर होने की सूचना थी। इस दौरान यहां से गुजर रहे एक व्यक्ति पर टाइगर ने हमला कर दिया, जिससे उसे पैर में चोट आई। उसे बचाने के चक्कर में होमगार्ड को भी हल्की खरोंचे आई हैं। मौके पर टीम को भेजा गया है।
-रामानंद भाकर, डीएफओ, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर


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