शहर में विकास कार्यों, अमृत योजना के कार्य, मुख्यमंत्री बजट घोषणा के कार्य, विधायक एवं सांसद कोष के कार्यों के लिए 90 करोड़ 69 लाख रुपए के बजट का प्रावधान रखा गया। बाकी वेतन भत्ते एवं स्टेशनरी सहित अन्य कार्यों पर पैसा खर्च किया जाएगा। बैठक में पार्षद मुमताज अहमद ने एमएसडीपी का मुद्दा उठाया।
विधायक ने दी नसीहत
बैठक में पहुंचे विधायक रामकेश मीना ने कहा कि शहर में विकास को जितने काम होने चाहिए, वह नहीं हो रहे। यहां 15-20 फीट की गलियों के बीच कॉलोनी बस रही हैं। ऐेसे में सीवरेज एवं पेयजल लाइन कैसे डलेंगी। यह सोचनीय है कि हम शहर को क्या देकर जा रहे हैं।
कुशाल लेक का काम करा दो – सभापति
सभापति संगीता बोहरा ने विधायक मीना से कहा कि कुशाल लेक का काम बंद है, उसे शुरू करा दीजिए। आप अधिकारियों से विनती शब्द बोलकर बात कर रहे हैं। इसमें विवशता झलकती है। इस पर विधायक ने कहा कि यह मेरा स्वभाव है। मैं कठोर नहीं बोल सकता।
विरोध के बीच सोनवाल मेला अध्यक्ष
कल्याणजी मेले के लिए बजट पर चर्चा के दौरान आयुक्त दीपक चौहान ने मेला अध्यक्ष पार्षदों में से बनाने की बात रखी। इस पर काफी देर तक जद्दोजहद हुई। कई नामों पर चर्चा के बाद मेला अध्यक्ष के रूप में पार्षद वेदप्रकाश सोनवाल को चुना गया। इस बीच महिला पार्षदों ने किसी महिला पार्षद को अध्यक्ष बनाने की बात रखी। सोनवाल के अध्यक्ष चुने जाने पर साथी पार्षदों द्वारा उनका माल्यार्पण कर दिया। इस बीच महिला पार्षदों ने इसको लेकर विरोध दर्ज कराया। महिला पार्षदों ने बैठक से बाहर निकलकर सभापति के चेम्बर में भी अपना विरोध दर्ज कराया।
समर्थकों को भेजा बाहर
बैठक शुरू होने के बाद बीच में विधायक मीना समर्थकों के साथ पहुंचे। इस बीच विधायक समर्थक सदन में लगी कुर्सियों पर आकर बैठ गए। उनके बैठने के बाद सभापति बोहरा ने कहा कि समर्थकों को सदन में बैठने की अनुमति नहीं है। इस पर विधायक मीना ने उन्हें दूसरे कमरे में बैठने को कहा।
दो बिंदुओं का रहा एजेंडा
नगरपरिषद साधारण सभा की बैठक में शनिवार को शहर के विकास कार्यों के लिए बजट तथा कल्याणजी मेेले के लिए बजट को एजेंडे में शामिल किया गया। चर्चा के बाद दोनों के लिए ही बजट पारित किया गया।