
Ranthambore Tiger Attack: सवाईमाधोपुर. बाघ के हमले में बालक की मौत के बाद वन विभाग ने रणथंभौर बाघ परियोजना के त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को पांच दिन के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। वन अधिकारियों ने बताया कि बाघिन और उसके शावकों का मूवमेंट होने और हाल ही में दु:खद घटना होने के कारण वन विभाग की ओर से लगातार ट्रैकिंग की जा रही है। ऐसे में एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है।
रणथम्भौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर बुधवार को झाडि़यों में छिपी बैठी बाघिन करीब 6 साल के बच्चे को उठा ले गई। जानकारी लगते ही वनविभाग की टीम और अफसर जंगल की ओर दौड़े। साथ ही एहतियातन गणेश मंदिर मार्ग को भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शी रामसिंह ने बताया कि दोपहर 3 बजे श्रद्धालुओं की संख्या कम थी। गिने-चुने लोग ही मंदिर की तरफ से लौटकर पैदल आ रहे थे। अचानक बाघिन झाडि़यों से निकलकर आई और बच्चे पर हमला कर दिया। बाघिन ने बच्चे की गर्दन को मुंह में दबाया और झाडि़याें से होकर पहाडि़यों की तरफ ओझल हो गई। जानकारी लगते ही डीएफओ और वनकर्मियों की टीम कैंपर से जंगल की ओर रवाना हुई और श्रद्धालुओं को बाहर निकालकर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को बंद करवाया।
वनविभाग से मिली जानकारी के अनुसार कैमरे में बाघिन झाडि़यों के बीच बच्चे के ऊपर पंजा रखकर बैठी है। वन विभाग के अधिकारी बाघिन से बच्चे को छुड़वाने के प्रयास में जुटे हैं।
बाघिन के बच्चे को उठाने के बाद बच्चे के साथ आई दादी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और वह बेसुध हो गई। जानकारी के अनुसार वह अपने पोते के साथ त्रिनेत्र गणेश के दर शादी का निमंत्रण देने आई थी। उसके साथ उसकी एक पोती भी है, जो बड़े बेटे के बच्चे बताए जा रहे हैं। हालांकि बेसुध होने के कारण वह वनविभाग को अपना नाम पता और गांव तक का नाम नहीं बता पा रही है।
Published on:
16 Apr 2025 10:26 pm
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