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कार्रवाई करने निकला भारी भरकम लवाजमा, लेकिन पकड़ी एक ट्रॉली

रात के अंधेरे में पुलिस चौकी से गुजरते हैं बजरी के वाहन,अवैध स्टॉकों तक नहीं पहुंची संयुक्त टीम,कार्रवाई को लेकर लोगों में रही चर्चा

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sawaimadhopur

रात के अंधेरे में पुलिस चौकी से गुजरते हैं बजरी के वाहन

मलारना डूंगर. लम्बे अंतराल के बाद एक बार फिर पुलिस, प्रशासन व खनिज विभाग का लवाजमा थाना क्षेत्र में बजरी खननकर्ताओं पर कार्रवाई के लिए एक साथ नजर आया। बुधवार अपराह्न चार-पांच गाडिय़ों में सवार पुलिस, प्रशासन व खनिज विभाग के अधिकारी आरएसी जाप्ते के साथ मलारना डूंगर से मलारना स्टेशन की तरफ निकले। भारी भरकम लवाजमे को रास्ते में एक बजरी से भरा ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली मिला।

जिसे जब्त कर मलारना डूंगर थाने में खड़ा कर दिया। इसके बाद संयुक्त टीम जाप्ते के साथ भूरीपहाड़ी की तरफ निकल गई, लेकिन रास्ते में ना कोई बजरी से भरा वाहन मिला। ना ही कहीं बजरी के अवैध स्टॉक नजर आए। इस बार भी बजरी के अवैध कारोबारियों पर सरकारी तंत्र की कार्रवाई खानापूर्ति साबित हुई। इस बात को लेकर लोगों में खासी चर्चा रही।


यह थे संयुक्त टीम में शामिल
संयुक्त टीम में मलारना डूंगर उपजिला कलक्टर मुकेश कुमार कायथवाल, सवाईमाधोपुर एसडीएम लक्ष्मीकांत कटारा, मलारना डूंगर व सवाईमाधोपुर तहसीलदार, ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक सम्पत सिंह, मलारना डूंगर थाना प्रभारी बृजेन्द्र सिंह, खनिज विभाग के सहायक अभियंता प्रकाश माली भी मौजूद रहे।


भनक लगते ही ओझल हुए खनन कर्ता
बजरी के अवैध खनन व निर्गमन करने वालों पर कार्रवाई के लिए पुलिस, प्रशासनिक व खनिज अधिकारियों की लवाजमे के आने की भनक लगने के साथी अवैध बजरी खनन के कारोबार से जुड़े लोग एकदम से ओझल हो गए। रास्तों में दिनभर सरपट दौडऩे वाले बजरी के वाहन भी देखते ही देखते गांवों की गलियों में गुम हो गए। जैसे ही सरकारी लवाजमा वापस निकला क्षेत्र की सड़कें बजरी के ओवरलोड वाहनों से फिर आबाद हो गई।


ठिकाने नहीं पहुंचती टीमें : इन दिनों भूरीपहाड़ी के अलावा श्यामोली, बिलोली नदी, गोखरूपुरा, भूखा, बाडोलास सहित तहसील क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर अवैध बजरी खनन कर निर्गमन किया जा रहा है। यहां मलाारना स्टेशन क्षेत्र के श्यामोली, बिलोली नदी, बाढ़ बिलोली, गोखरूपुरा में कई अवेध स्टॉक बने हैं। इन स्टॉकों पर दिनभर वाहनों को जमावड़ा लगा रहता है। रात होते ही बजरी से भरे ट्रक व टे्रलर निकलना शुरू होता है। यह सिलसिला तड़के जाग होने तक चलता है। इन क्षेत्रों से ट्रैक्टर ट्रॉली दिनभर चलते हैं। यह बात अलग है कि इन पर कार्रवाई के लिए आने वाला सरकारी लवाजमा ठिकाने तक नहीं पहुंच पाता है।

पीपलवाड़ा. हथड़ोली पंचायत गांव सवासा नदी, निमोद पंचायत कराडी, राठौद, टापुर पंचायत गांव अभयपुरा बनास नदी क्षेत्र से बेरोकटोक अवैध बजरी खनन किया जा रहा है। टै्रक्टर ट्रॉलियों से दूरदराज के जिलों में बजरी भेजी जा रही है।


आबादी क्षेत्र से गुजरते हैं वाहन : बागडोली, बासडानदी, बांस की पुलिया आबादी क्षेत्र से शिशोलाव, जामडोली स्टोक पर जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यह वाहन समूह में निकलते हैं। इससे रास्ते में जाम लग जाता है। रास्ते से निकलने वाले लोगों व बच्चों को हर समय खतरा बना रहता है।


रोक की मांग : बनास नदी से ट्रॉलियोंं में बजरी भरकर खाली किया जाता है तथा बजरी के ढेर हो जाने के बाद शाम होते ही ट्रकों एवं ट्रॉलियों में बजरी भरकर अन्यत्र ले जाई जाती है। बजरी के स्टॉक संचालित होने तथा बजरी से भरे वाहनों के संचालित होने से मुख्य सड़क पर जगह-जगह बजरी फैली हुई है, जिससे दूसरे वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों ने अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की है।