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18 वर्षों में पहली बार एक क्रम में होंगे 5 ग्रह, धरती से देखने के लिए नहीं होगी किसी उपकरण की जरूरत

18 वर्षों में पहली बार, पांच ग्रह सूर्य से अपनी दूरी के क्रम में एक पंक्ति में होंगे और उन्हें नग्न आंखों से देखा जा सकेगा। पांच ग्रह बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि सूर्य से अपनी दूरी के क्रम में पंक्तिबद्ध होंगे और धरती से नग्न आंखों से भी दिखाई देंगे।

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18 वर्षों में पहली बार एक क्रम में होंगे 5 ग्रह, धरती से देखने के लिए नहीं होगी किसी उपकरण की जरूरत

18 वर्षों में पहली बार एक क्रम में होंगे 5 ग्रह, धरती से देखने के लिए नहीं होगी किसी उपकरण की जरूरत

सुर्योदय से पहले उठने वालों के लिए अच्छी खबर है। अगर आप जल्दी उठने के शौकीन हैं और आपको अंतरिक्ष में होने वाली अद्भुत नजारों को देखना पसंद है, तो आपको बता दें, कल सुबह बुध (Mercury), शुक्र (Venus), मंगल (Mars), बृहस्पति (Jupiter) और शनि (Saturn) ग्रह सूर्य से अपनी दूरी के क्रम में एक पंक्ति में होंगे और उन्हें नग्न आंखों से देखा जा सकेगा। दो या तीन ग्रहों को एक साथ देखना सामान्य बात है। मगर एक साथ 5 ग्रहों को देखना, ऐसा बहुत ही कम मौकों पर प्राप्त होता है।

पहली बार एक साथ पांच ग्रहों को एक ही क्रम में दिसंबर 2004 में ब्रिटेन से देखा गया था। तो वहीं अब लगभग 18 वर्षों के बाद फिर से इसे देखा जा सकेगा। बतया जा रहा है शुक्रवार की तड़के पांच ग्रह क्षितिज से ऊपर उठेंगे। बुध सबसे कमजोर और क्षितिज के बहुत करीब होगा, लेकिन सूरज की रोशनी में गायब होने की उम्मीद है।

सूर्योदय की चकाचौंध में गायब होने से पहले, कल (3 जून) शो शुरू होने पर बुध सबसे कमजोर और क्षितिज के काफी करीब होगा, लेकिन जैसे-जैसे महीना आगे बढ़ेगा, इसे देखना आसान हो जाएगा। एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी में एक्सोप्लैनेट कैरेक्टराइजेशन के निजी अध्यक्ष प्रोफेसर बेथ बिलर ने कहा, "यह काफी अच्छा और कूल है।"

तो वहीं रॉयल म्यूजियम ग्रीनविच के डॉ ग्रेग ब्राउन के अनुसार, 'बुध के उदय होने के बाद लेकिन सूरज के निकलने से पहले एक ही समय में सभी पांच ग्रहों को देखने का आपका एकमात्र मौका बहुत ही कम समय के लिए होगा। उन्होने कहा UK के वक्त के मुताबिक शुक्र और बृहस्पति को देखना सबसे आसान होगा, शुक्र सुबह 4 बजे के आसपास दिखाई देगा और मंगल, बृहस्पति लगभग 2:45 बजे से क्षितिज में दिखाई देगा। तो वहीं शनि लगभग 1:30 बजे GMT क्षितिज से ऊपर उठेगा लेकिन गोधूलि में देखना मुश्किल हो जाएगा।

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हर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय के वेधशाला में प्रमुख तकनीकी अधिकारी डॉ सामंथा रॉल्फ के अनुसार, यदि आपके पास दूरबीन नहीं है तो कोई बात नहीं, इसकी कोई आवश्यकता नहीं है, आप जहाँ भी हैं इस नजारे का आनंद ले सकते हैं, भले ही आप अपने स्थान से इन सभी पाँचों ग्रहों को न देख सकें। उन्होंने आगे कहा, यह एक दुर्लभ नजारा है जो हमें प्रकृति और हमारे आस-पास की दुनिया से जुड़ाव महसूस करने में मदद कर सकता है, और सामान्य रूप से रात के आकाश का आनंद लेना एक व्यायाम की तरह भी है जो स्वास्थय के लिए काफी फायदेमंद भी है।

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