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नासा को मिला पृथ्वी से एक करोड़ मील दूर से लेजर लाइट मैसेज

विज्ञान : ब्रह्मांड की अनंत गहराइयों में संपर्क साधने का प्रयास

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नासा को मिला पृथ्वी से एक करोड़ मील दूर से लेजर लाइट मैसेज

नासा को मिला पृथ्वी से एक करोड़ मील दूर से लेजर लाइट मैसेज

वाशिंगटन. अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने करीब एक करोड़ मील की दूरी से एक लेजर लाइट मैसेज को इंटरसेप्ट किया है। वैज्ञानिकों ने इसे अभूतपूर्व बताया है। एक करोड़ मील से मिला मैसेज डीप स्पेस ऑप्टिकल कम्युनिकेशंस (डीएसओसी) टूल से संभव हुआ, जो नासा के साइकी अंतरिक्ष यान के साथ यात्रा कर रहा था। साइकी मिशन को पिछले माह फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर भेजा गया था। नासा के अनुसार लेजर बीम की यह दूरी पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी से 40 गुना ज्यादा है। सरल भाषा में समझें तो नासा ने एक करोड़ मील की दूरी पर साइकी मिशन भेजा था और उसने वहां जाकर लेजर लाइट बीम मैसेज धरती पर भेजा, जिसे इंटरसेप्ट करने में नासा कामयाब रहा। इस लेजर लाइट को पृथ्वी तक पहुंचने में 50 सेकंड का समय लगा। नासा जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में डीएसओसी के प्रोजेक्ट टेक्नोलॉजिस्ट अबी बिस्वास ने कहा, कि "पहली रोशनी प्राप्त करना एक जबरदस्त उपलब्धि है।

ऐसे होगा मददगार
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये लेजर बीम का यह टेक्नोलॉजिकल डेमो एक दिन नासा मिशनों को अंतरिक्ष में गहराई से जांच करने और ब्रह्मांड की उत्पतित के बारे में दूसरी दुनिया की तलाश करने में मदद कर सकता है। नासा ने कहा कि यह प्रणाली मौजूदा अंतरिक्ष संचार उपकरणों की तुलना में 10 से 100 गुना तेजी से सूचना प्रसारित करने में सक्षम है।