
क्या नींद में आपकी छाती पर भी बैठा है कभी भूत? जानिए इस भूत का नाम
नई दिल्ली: क्या कभी ऐसा हुआ है कि कोई भयानक सपना देखते हुए अचानक आधी रात को आपकी नींद खुल जाए, लेकिन जगने के बावजूद आप हाथ पैर क्या शरीर का कोई भी अंग हिला न पाएं और जड़ बने बिस्तर पर पड़े रहे। तब आपको छाती पर किसी अजीब से दबाव की स्थिति भी महसूस होती है। आप ऐसा महसूस करते हैं जैसे कोई चीज आपको हिलने या बैड से उठने से रोक रही है या कोई डरावनी सी आकृति आपकी छाती पर आ बैठी है।
अगर आप ऐसा महसूस करते हैं तो यकीनन आप स्लीप पैरालिसिस के शिकार हैं। हालांकि यह बीमारी जानलेवा नहीं होती लेकिन ज्यादा होने पर यह गंभीर हो जाती है और इसके चलते व्यक्ति दूसरी अनेक बीमारियों से घिर जाता है।
स्लीप पैरालिसिस एक ऐसी अवस्था है जब नींद में दिमाग जागृत अवस्था में रहता है लेकिन बाॉडी सोती रह जाती है। ऐसे में जब आप हिलने या फिर उठने की कोशिश करते हैं तब ऐसा लगता है कि कोई चीज आपको ऐसा करने से रोक रही है। आपको लगता है कि कोई भूत या प्रेत ऐसा कर रहा है।
विशेषज्ञ इस बारे में विस्तार से बताते हैं कि स्लीप पैरालिसिस एक ऐसी अवस्था है जब कोई नींद से उठता है और देखता है कि उसका पूरा शरीर लकवाग्रस्त हो गया है। ऐसे में वह अपने शरीर के किसी भी अंग को हिला-डुला नहीं पाता। ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ ज्यादा होता है जो निद्रा रोग से ग्रस्त होते हैं। रात में जागी और सोई अवस्था के बीच होने वाले क्रम को स्लीप पैरालिसिस कहते हैं जब शरीर दिमाग की बात सुनने से इनकार कर देता है और जड़ हो जाता है।
दरअसल कोई भी व्यक्ति जब सोता है तब दिमाग शरीर और मन को शक्तिहीन कर देता है ताकि वह आराम् कर सकें। ऐसे में कभी-कभी ऐसी स्थिति भी आ जाती है जब आपका दिमाग तो जाग जाता है लेकिन शरीर सोया हुआ रह जाता है। जब आपका दिमाग आपके शरीर से पहले जाग जाए तभी स्लीप पैरालिसिस स्थिति उत्पन्न होती है। ज्यादातर लोगों में यह कुछ ही देर में अपने आप ठीक भी हो जाता है।
स्लीप पैरालिसिस के शिकार बहुत से लोगों ने यह भी दावा किया है कि नींद खुलते ही उन्हें ऐसा लगता है कि उनके सीने पर कोई हैवान बैठा हुई है जिसकी शक्ल बेहद डरावनी है और वो उन्हें उठने नहीं दे रहा, जकड़े हुए हैं। ऐसा दरअसल नींद में दिमाग के सुन्न हो जाने पर होता है क्योंकि खौफनाक सपने की परिणिति भी इसी दौरान होती है।
चीन में तो ऐसी स्थिति को गुइ या यानी प्रेतआत्मा का हमला कहते हैं। वहां माना जाता है कि प्रेत कुछ लोगों की नींद में आता है और सच में उनकी छाती पर बैठकर उन्हें लकवाग्रस्त कर डालता है।
वैज्ञानिक कहते हैं कि छाती पर हाथ रखकर सोने वाले लोगों के साथ अक्सर ऐसी स्थितियां बन जाती है नींद में छाती पर दबाव पड़ने पर निद्रा तो बनी रह जाती है लेकिन दिमाग अवचेतन में रहता है। ऐसे में हाथों का छाती पर दबाव अलग तरह का डरावना अनुभव कराता है। व्यक्ति समझता है कि उसकी छाती पर किसी राक्षस का दबाव है जबकि वो अपने ही हाथ छाती पर रखकर डरते हुए उन्हें कसता जाता है।
इस संबंध में वैज्ञानिक कहते हैं कि अगर आपके साथ बार बार ऐसा हो तो आप पीठ के बल सोए और फिर परिणाम देखें।
Published on:
14 Aug 2018 01:47 pm
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