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वोट काउंटिंग के बाद भी 45 दिनों तक स्ट्रांग रूम में होती है EVM की सुरक्षा

EVM : चुनाव के फैसले के बाद भी होती है ईवीएम(EVM) की सुरक्षा, जानिए वजह...

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Vote counting by EVM

EVM : मध्यप्रदेश में 13 नवंबर को विजयपुर और बुधनी विधानसभा(Budhni Assembly Seat) सीटों पर उपचुनाव कराए गए थे। आज 23 नवंबर को दोनों सीटों पर सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो चुकी है। डाक मत पत्रों की गिनती के बात ईवीएम मशीन से हुए वोटों की काउंटिंग शुरू हो गई है। महज कुछ घंटों में उपचुनाव के नतीजे भी सबके सामने आ जाएंगे। मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद हार-जीत का फैसला(MP by election result 2024) हो जाता है लेकिन फिर ईवीएम मशीन को अगले 45 दिनों तक स्ट्रांग रूम में ही सुरक्षित रखा जाता है।

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ईवीएम की सुरक्षा

चुनाव होने के बाद ईवीएम मशीन(EVM) को एक स्ट्रांग रूम(Strong Room) में कड़ी निगरानी और सुरक्षा के बीच रखा जाता है, ताकि कोई वोटों के साथ किसी भी तरह की गड़बड़ी न कर सके। मतगणना वाले दिन स्ट्रांग रूम का ताला खोलकर सभी ईवीएम को बाहर निकाला जाता है और काउंटिंग की प्रक्रिया शुरू की जाती है। वोटों की गिनती(Vote counting) पूरी होने के बाद फिर से सभी ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में अगले 45 दिनों के लिए रख दिया जाता है।

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इस वजह से किया जाता है ऐसा

जानकारी के मुताबिक, कई बार मतगणना के दौरान गड़बड़ी की आशंका होने पर फिर से आधिकारिक तौर पर मतों की काउंटिंग की जा सके। ऐसी परिस्थितियों के लिए मतगणना के बाद भी अगले 45 दिनों तक ईवीएम(EVM) को सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखा जाता है। 45 दिनों का समय पूरा होने के बाद ईवीएम को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाता है।