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श्रद्धालुओं से पटा कुबेरेश्वर धाम, पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा सुनने पहुंच गए लाखों लोग

pradeep mishra sehore rudraksh खास बात यह है कि इस बार व्यवस्थाएं चकाचक हैं जिससे श्रद्धालुओं की कठिनाई कुछ कम हुई है।

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pradeep mishra sehore rudraksh

pradeep mishra sehore rudraksh

मध्यप्रदेश का सीहोर श्रद्धालुओं से पट गया है। यहां के कुबेरेश्वर धाम में जहां तक नजर जा रही है, श्रद्धालुओं का रेला ही नजर आ रहा है। पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने देशभर के उनके अनुयायी और शिव भक्त उमड़े पड़े हैं। खास बात यह है कि इस बार व्यवस्थाएं चकाचक हैं जिससे श्रद्धालुओं की कठिनाई कुछ कम हुई है। महोत्सव में पहले दिन एक लाख से ज्यादा लोगों ने शिव महापुराण कथा सुनी। श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है।

सीहोर के चितावलियाहेमा स्थित मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को शिवमहापुराण व रुद्राक्ष महोत्सव का शुभारंभ हो गया। सात दिवसीय कार्यक्रम में करीब 10 से 12 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। पहले दिन एक लाख श्रद्धालुओं ने कथा सुनी। महोत्सव प्रारंभ होने से पहले ही सोमवार देर शाम तक करीब 50 हजार श्रद्धालु यहां पहुंच चुके थे।

कुबेरेश्वर धाम में शिव महापुराण रुद्राक्ष महोत्सव के लिए श्रद्धालुओं का आना अभी जारी है। इस बार पुलिस की बेहतर व्यवस्था दिखाई दे रही है। हाइवे को वन-वे किया गया है जिससे आवाजाही में किसी को दिक्कत नहीं हुई। हालांकि पिछले साल की अपेक्षा श्रद्धालुओं की संख्या बेहद कम है। अभी तक केवल 50 फीसदी ही लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंचे हैं।

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कथा स्थल पर तीन डोम बनाए गए हैं। सुरक्षा के लिए करीब 1200 पुलिसकर्मी और 300 से ज्यादा राजस्व का अमला तैनात किया गया है।

श्रद्धालुओं के लिए कथा स्थल पर भोजन की व्यवस्था भी की गई है। इस बार 11 एकड़ में भोजशाला बनाई है। समिति की तरफ से दावा किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं को भोजन के साथ नाश्ता भी दिया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली गई हैं। पुलिस और प्रशासन के अलावा समिति की तरफ से भी व्यवस्था बनाने 2 हजार सेवादार जुटे हैं।

सेवादार न केवल मंदिर परिसर की व्यवस्थाएं देख रहे हैं, बल्कि श्रद्धालुओं की सहायता भी कर रहे हैं। शिवमहापुराण और रूद्राक्ष महोत्सव के साथ सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होगी। यहां 27 फरवरी और 1 मार्च को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।