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20% महंगी होगी जमीन, देखें कहां कितने हो जाएंगे प्लॉट के दाम

जल्द ही जमीन के दामों में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाएगी, क्योंकि जमीन के दामों की नई कलेक्टर गाइड लाइन तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है.

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20% महंगी होगी जमीन, देखें कहां कितने हो जाएंगे प्लॉट के दाम

20% महंगी होगी जमीन, देखें कहां कितने हो जाएंगे प्लॉट के दाम

सीहोर. जल्द ही जमीन के दामों में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जाएगी, क्योंकि जमीन के दामों की नई कलेक्टर गाइड लाइन तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है, ऐसे में जिन लोगों को आनेवाले समय में प्लॉट या जमीन खरीदनी है, उन्हें पहले से अधिक पैसा चुकाना होगा। आईये जानते हैं मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में किस क्षेत्र में क्या दाम हो सकते हैं।

सीहोर में 2 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर से लेकर 11 हजार 100 रुपए प्रतिवर्ग मीटर तक दाम हो सकते हैं, देखें प्रस्तावित कलेक्टर गाइड लाइन

लोकेशन गाइड लाइन प्रस्तावित दर

इंदौर नाका (आवासीय) 10400 11100

बिजौरी (आवासीय) 2800 3080

पचामा (आवासीय) 2400 2640

जमोनिया (आवासीय) 2400 2640

वीरपुर (आवासीय) 3400 3740

रफीकगंज (आवासीय) 2200 2720

मुगीसपुर (आवासीय) 3400 3770

अल्हादाखेड़ी (आवासीय) 3200 3520

गोपालपुरा (आवासीय) 2000 2200

(नोट : भूमि के रेट प्रति वर्ग मीटर रुपए में)

जिले में साल 2023-24 के लिए कलेक्ट्रेट गाइड लाइन पर तेजी से काम चल रहा है। ब्लॉक स्तर से ई-पंजीयन कार्यालय को भेजे गए प्रस्ताव से स्पष्ट हो गया है कि इस बार जमीन के दाम में करीब 15 से 20 फीसदी महंगी होंगी। कोरोना संक्रमण काल के बाद यह पहला अवसर है, जब जमीन की कीमतों में इजाफा होने की संभावना है। प्रस्तावित कलेक्टर गाइड लाइन में जिलेभर की करीब 1957 लोकेशन पर जमीन के दाम बढ़ने की बात कही जा रही है। हालांकि इस पर अंतिम मुहर जिला मूल्यांकन समिति की बैठक के बाद लगेगी।

जिला मूल्याकंन समिति की बैठक 13 मार्च को शाम 5 बजे से कलेक्ट्रेट में होगी। बैठक कलेक्टर प्रवीण सिंह की अध्यक्षता में होगी। इसी दिन यह भी तय हो जाएगा कि गाइड लाइन के दावे-आपत्ति का समय और दिन कितने रहेंगे।

पांच साल बाद गाइड लाइन में बदलाव की उम्मीदजिले की कलेक्टर गाइड लाइन में कुछ लोकेशन को छोड़ दिया जाए तो बीते पांच साल से कोई विशेष बदलाव नहीं किया गया है। कोरोना संक्रमण काल के दो साल में तो यह बदलाव भी नहीं किए गए थे। जिले में जमीन की खरीफ फरोख्त का कारोबार काफी अच्छा है। एक साल में करीब 15 हजार रजिस्ट्री होती हैं। यह संख्या निरंतर बढ़ती भी जा रही है। जमीन की खरीफ फरोख्त में कृषि भूमि से ज्यादा आवासीय भूमि की डिमांड हैं।

स्टाम्प वेंडर और उप पंजीयक कार्यालय में भीड़नई कलेक्टर गाइड लाइन एक अप्रेल से लागू होती है। इसके बाद जो भी रजिस्ट्री होगी, उसमें स्टाम्प ड्यूटी नई के हिसाब से चुकानी पड़ेगी। नई गाइड लाइन से पहले जमीन की खरीद-फरोख्त के कारोबार में उछाल आ गया है। दिनभर स्टाम्प वेंडर और उप पंजीयक कार्यालय में भीड़ देखी जा सकती है। सीहोर में जनवरी महीने तक एक दिन में करीब 75 से 80 रजिस्ट्री हो रही थीं, वहीं अब एक दिन में औसत 125 रजिस्ट्री हो रही हैं।


जिले में करीब 1957 लोकेशन पर जमीन के दाम में वृद्धि प्रस्तावित की गई है। प्रस्ताव पर जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में विचार किया जाएगा। इसके बाद दावे-आपत्ति और उनका निराकरण होने के बाद फाइनल नई गाइड लाइन तैयार होगी।

-शैलेन्द्र सिंह चौहान, प्रभारी जिला पंजीयन सीहोर