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Shivratri : सीहोर से ऑनलाइन ही चलेगी पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा

Bhopal-indore Trrafic Jam के बाद प्रशासन के दवाब में कथा स्थगित, अब पांच दिन ऐसे सुन सकेंगे कथा

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Shivratri : सीहोर से ऑनलाइन ही चलेगी  पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा

Shivratri : सीहोर से ऑनलाइन ही चलेगी पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा

सीहोर. चितावलिया हेमा के निर्माणधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर का रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित हो गया है। कथा ऑनलाइन हो रही है। पंडित Pradeep Mishra की कथा ऑनलाइन टीवी पर सुनी जा सकती है। इसके लिए पत्रिका. कॉम पर भी अपडेट देखा जा सकता है। indore bhopal highway पर सोमवार सुबह करीब 10 बजे से लगा ट्रैफिक जाम रात को खुल गया है। अब वाहन रोज की तरह निकल रहे हैं। रुद्राक्ष महोत्सव एवं शिवमहापुरा में पहले ही दिन इतनी भीड़ होने का प्रमुख कारण मंगलवार को शिवरात्रि होना बताया जा रहा है। श्रद्धालु शिवरात्रि के दिन आश्रम में रूककर shiv mahapuran सुनने की इच्छा लेकर सीहोर आए थे, लेकिन अव्यवस्था के कारण कथा स्थगित हो गई। अब श्रद्धालु अपने घर पर ही टीवी पर कथा सुन पाएंगे।

शिवमहापुराण कथा सुनने के लिए देशभर से आए दो लाख श्रद्धालुओं में से करीब 80 फीसदी कुबेरेश्वर महादेव के दर्शन करने के बाद अपने-अपने गंतव्य के लिए लौट गए हैं। इधर, शिव महापुराण के दौरान कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने सोमवार का कहा कि दबाव में कथा स्थगित की जा रही है। तीन महीने बाद अप्रैल के महीने में हरिद्वार में फिर से इसी कथा का आयोजन किया जाएगा। पंडित मिश्रा की तरफ से कही गई प्रेशर में कथा स्थगित करने की बात पर जिला प्रशासन और सरकार खुद को बुरी तरह से फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं, जिसे लेकर मंगलवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से वीडियो कॉल पर बात की।

गृहमंत्री ने पंडित प्रदीप मिश्रा से की चर्चा
वीडियो कॉल पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पहले तो कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का हाल पूछा, उसके बाद मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। गृहमंत्री ने pandit pradeep mishra से पूछा कि प्रशासन से किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं है, जिस पर उन्होंने जबाव दिया कि अब उन्होंने पूरी व्यवस्थाएं संभाल ली हैं। अंत में गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि महाराज आपकी दम पर ही सरकार चल रही है। कोई दिक्कत हो तो बताए। मिश्रा ने उन्हें कथा का न्यौता दिया, जिस पर उन्होंने कहा मैं आऊंगा, जल्द प्रोग्राम बनाता हूं। मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार सुबह से ही पुलिस, होमगार्ड, वन विभाग, नगर पालिका, कोटवारों ने मोर्चा संभाल लिया। रात को महाराज के साथ चर्चा करने के बाद आरएसएस, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू वाहिनी आदि भाजपा के संगठनों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर विठलेस सेवा समिति से मिलकर व्यवस्थाएं अपने हाथ ले ली है।

पंडित बोले-उत्तराखण्ड सरकार तैयार इसे झेलने
सोमवार को शिवमहापुराण के दौरान कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि उत्तराखण्ड से खबर आ गई है, उत्तराखण्ड सरकार इसको झेलने के लिए तैयार है, इसलिए हमारा मन है कि यह कथा उठकर उत्तराखण्ड की ओर जाए और हरिद्धार की भूमि पर यही सारे 11 लाख रुद्राक्ष, वहीं क्रम, गंगा स्नान के साथ 19 अप्रेल को वितरण किए जाएं। यह कहते हुए कथावाचक मिश्रा की आंख से व्यास गद््दी पर ही आंसू छलकने लगे, आगे उन्होंने कहा कि अब सीहोर में ऐसा कार्यक्रम नहीं करूंगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वह शाम तक कुबेर भंडारी बाबा भेले की नगरी को छोड़ दें। यह भी बताया कि कथा दोपहर एक बजे से प्रारंभ होनी थी, लेकिन प्रेशर ज्यादा आ गया, इसलिए सुबह 11 बजे ही शुरू करनी पड़ी। प्रदीप मिश्रा की इस भावुक अपील से मामला प्रशासन के विपरीत चला गया, सरकार पर आंच आने लगी, जिसे लेकर मंगलवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आगे आकर मामले को संभालने की कोशिश की।

श्रद्धालुओं ने मना किया, लेकिन कथावाचक नहीं माने
चितावलिया हेमा स्थित निर्माणधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के रूकने के लिए 3 डोम लगाए थे। इसके अलावा तीन गुना ज्यादा जगह खुला स्पेश था। बताया जा रहा है कि सोमवार को जिनते श्रद्धालु मंदिर परिसर में अंदर थे, उससे करीब तीन गुना ज्यादा बाहर सड़क, टेंट, पेड़ के नीचे आसपास खेतों में बैठे थे। इतनी अव्यवस्था होने के बाद भी व्यास गद्दी से कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं से कथा स्थगित करने के इलान से पहले उनकी राय ली तो सभी ने हाथ उठाकर इनकार कर दिया। यह स्थिति तब थी, जब मंदिर परिसर का गेट बंद होने पर अंदर जाने के फेर में कई श्रद्धालु नीचे गिर गए। यह भी देखा गया कि एक महिला और पुरुष के गिरने पर उसके ऊपर तो कई के पैर भी पड़े। हालांकि चोट किसी को नहीं लगी।