सिवनी. जिला मुख्यालय के स्वास्थ्य केंद्रों की निगरानी आए दिन होती रहती है इसके बावजूद भी यहां के हालात ठीक नहीं रहते हैं। जहां अधिकारियों का दौरा कभी कभार होता हो ऐसे सुदूर अंचल क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति कैसी होगी और गांव के बीमारों का उपचार किस तरह से होता होगा इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर गोपालगंज सीएससी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत हथनापुर के उप स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार 17 अगस्त को ताला लगा रहा। जिससे बीमारों व ग्रामीणों में खासा आक्रोश बना रहा। गांव का उप स्वास्थ्य केंद्र एएनएम के लिए उसका मुख्यालय होता है वह वहीं नहीं पाई गई। ग्रामवासियों ने इसकी शिकायत गोपालगंज के बीएमओ से कर दी है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक शासकीय आयुर्वेद औषधालय भी है जहां भी 17 अगस्त को ताला लगा रहा। मौसमी बीमारी के चलते इन दिनों बड़ी संख्या में हथनापुर और आसपास के पिपरिया, सिमरिया, कनझर व अन्य गांव के मरीज सर्दी, खासी, बुखार से पीडि़त जब बुधवार को पहुंचे तो दोनों ही अस्पताल में ताला लगा देख खासे परेशान हुए। कुछ मरीजों को गांव के ही झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार कराने मजबूर होना पड़ा तो कुछ को सिवनी, छिंदवाड़ा जाना पड़ा।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि दोनों स्वास्थ्य केंद्रों के स्वास्थ्य कर्मी अक्सर तीज-त्यौहार की छुट्टी के दिन से एक-दो दिन पहले ही मुख्यालय से नदारद हो जाते हैं। साथ ही हथनापुर के अस्पताल में ही एएनएम को रहने के आदेश हैं लेकिन वह नहीं रहती हैं। जिसके कारण गांव के बीमारों को अक्सर परेशान होता पड़ता है।
इनका कहना है
एएनएम के अन्तर्गत सात गांव आते हैं। हथनापुर में बुधवार और शनिवार को अस्पताल खुलता है, साथ ही एएनएम को हेड क्वार्टर में ही रहना चाहिए। जिससे गांव के मरीजों को परेशानी न हो।
सुरेश दुबेप्रभारी बीई गोपालगंज सीएससी
इनका कहना है
उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम को रहना चाहिए। वहीं राखी पर्व के चलते अगर एक दिन पहले ही अस्पताल में ताला लगा कर चले जाने की शिकायत पर जांच कराई जाएगी और सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आरके श्रीवास्तवसीएमएचओ, सिवनी।