शैक्षणिक क्षेत्र में भी वह अमर शहीद वीर वाला बिंदू कुमरे ने तीन वर्ष तक श्रीनगर में देश की सेवा में बिताया था। वहीं 16 जनवरी 2001 को श्रीनगर एयरपोर्ट के गेट नंबर एक में अपनी चार महिला सैनिक साथियों के साथ सुरक्षा के लिए तैनात थीं। तभी अचानक तड़के लगभग 3.30 बजे करीब एयरपोर्ट पर हमला करने के उद्देश्य से प्रवेश करने वाले लश्कर, तैयबा के खुखार आतंकवादियों को रोकने एवं मुठभेड़ व संघर्ष में अमर शहीद वीर बाला बिंदु कुमरे को दो गोलियां लगीं थी, जो कि एक पसली में एवं एक गोली पैर में लगी थी लेकिन अमर शहीद बिंदु कुमरे ने भी तीन आतंकवादियो को मार गिराया था। वहीं गोली लगने से घायल हुई अमर शहीद वीर वाला बिंदु ने 16 घंटे तक जिंदगी व मौत का संघर्ष किया लेकिन वह देश के लिए कुर्बान हो गई।