सिवनी. ठण्ड के मौसम में बुधवार और गुरुवार को जिले भर के अनेक ग्राम क्षेत्रों में कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश हुई वहीं गुरुवार को अनेक ग्राम क्षेत्रों में चने व आंवला आकार के ओलावृष्टि होने से रबी सीजन की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। गुरुवार को 14.2मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद मौसम में पुन: ठण्डक आ गई है। प्रभावित ग्राम क्षेत्रों के दौरे में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व अधिकारियों का दल निकला तथा किसानों को दिलासा दिया।
सुबह से ही मौसम में बदलाव बना हुआ था। आसमान में काले-काले बादलों के जमा होने व तेज हवाओं के बीच शहर में दोपहर को तेज बारिश हुई व चने आकार के ओले गिरे। वहीं ग्राम छिंदग्वार, बखारी, मनोरी, रंगबेली, मारबोड़ी, निकटईया, बादी, जाम, चंदौरी आदि गांव में आंवला आकार के ओले गिरे। वहीं घंसौर, कहानी, केवलारी, पलारी आदि गांवों में हुई बारिश से किसानों के चेहरे मुरझा गए। हालांकि जिन किसानों ने बाद में बोवनी की है और फसलें अभी छोटी हैं उन किसानों को इस बारिश से फायदा हुआ है।
जनपद पंचायत सिवनी के अन्तर्गत छिंदग्वार में दोपहर एक बजे से बारिश के साथ चने व आंवला आकार के ओलावृष्टि हुई। लगभग आधा घण्टे तक हुई ओलावृष्टि से खेतों में लगी फसल गेंहू, चना, सरसो, मसूर का नुकसान है। मनोरी निवासी ओमकार सनोडिया, विष्णु तिवारी, ईश्वर दयाल मालवीय, हरिओम मालवीय, खेमकरण सनोडिया, सूरज डहेरिया, अर्जुन मालवीय, प्रयाग डहेरिया, सुखलाल मालवीय हीरामन मालवीय, चंदरसिंह उइके आदि ने बताया कि खेतों में लगी रवी सीजन की फसलों को गुरुवार को दोपहर हुई तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि फसल क्षतिग्रस्त का सर्वे कार्य कराकर पीडि़त किसानों को मुआवजा दिया जाए।