
सिवनी. जिले के सांदीपनि विद्यालयों में 9वीं से 12वीं तक पढऩे वाले विद्यार्थियों के यूनिफॉर्म को लेकर अब तक प्रदेश स्तर से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। कुछ सांदीपनी विद्यालय में पिछले साल की जो यूनिफॉर्म बची थीं, उन्हें कुछ विद्यार्थियों को बांटा गया है। वहीं शेष विद्यार्थी पिछले साल की ड्रेस पहन रहे हैं या फिर उन्हें सिविल ड्रेस में आना पड़ रहा है। समय पर योजनाओं के क्रियान्वयन न होने से प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सांदीपनि विद्यालयों की व्यवस्थाएं चौपट दिख रही हैं। पिछले तीन साल से जहां विद्यार्थियों को बस सेवा नहीं मिल पा रही है, वहीं अब उन्हें यूनिफॉर्म के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। बता दें कि डूंडासिवनी में स्थित सांदीपनि विद्यालय में वर्तमान में 9वीं से 12वीं में कुल 335 विद्यार्थी एवं केजी वन से आठवीं तक 400 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। सरकार की योजना के अनुसार केजी वन से आठवीं तक के विद्यार्थियों को निशुल्क ड्रेस प्रदान की जाती है, लेकिन अब तक इस संबंध में कूल से कोई भी जानकारी नहीं मांगी गई है। वहीं 9वीं से 12वीं तक अध्ययनरत छात्र को यूनिफॉर्म के लिए स्कूल को 1076 रुपए और छात्राओं को 1530 रुपए देने होते हैं। इसके बदले में स्कूल उन्हें दो-दो जोड़ी यूनिफॉर्म देता है। इन्हीं दो जोड़ी ड्रेस से पूरे साल काम चलाना होता है। हालांकि इस बार नियम में बदलाव किया गया है।
पिछले साल की ड्रेस से चला रहे काम
सांदीपनि विद्यालय में अप्रेल माह में शिक्षण सत्र प्रारंभ हो चुका है। पढऩे वाले विद्यार्थियों के पास यूनिफॉर्म न होने से वे परेशान है। कुछ विद्यार्थी पिछले सत्र की ड्रेस से ही काम चला रहे हैं।
इनका कहना है…
पिछले साल की कुछ ड्रेस बची थी, जिसे विद्यार्थियों को बांटा गया है। नए सत्र में ड्रेस को लेकर अब तक कोई निर्देश नहीं मिला है। केजी वन से आठवीं तक के विद्यार्थियों को निशुल्क एवं 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों से शुल्क लेकर ड्रेस दी जाती है।
विमल ठाकुर, प्राचार्य, सांदीपनि विद्यालय, डूंडासिवनी
Published on:
23 Aug 2025 03:24 pm
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