सिवनी. शुक्रवार-शनिवार की रात को हुई झमाझम बारिश से बरघाट विकासखण्ड के गोकलपुर गांव के पास हिर्री नदी पर बना वैकल्पिक मार्ग का आधा हिस्सा बह गया। सड़क के ऊपर से पानी बहने से दोनों ओर से आवागमन भी काफी देर तक बाधित रहा। कमजोर व क्षतिग्रस्त मार्ग से सिर्फ दोपहिया वाहन और पैदल राहगीर ही किसी तरह से आ-जा रहे हैं। हेवी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है। वहीं इस मार्ग से लगे निर्माणाधीन पुल का कुछ सामान भी पानी के बहाव में बह गया।

जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर कटंगी रोड स्थित ग्राम गोकलपुर में नए पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। गांव गोकलपुर और गंगेरूआ के बीच बन रहे इस नए पुल के बाजू से पुलिया डालकर यहां से आवागमन के लिए बनाया गया वैकल्पिक मार्ग बीती रात्रि हुई झमाझम बारिश के कारण सड़क के बीच का काफी बड़ा हिस्सा बह गया। साथ ही सड़क के एक किनारे की पुलिया और बाजू में निर्माणाधीन पुल का काफी सामान भी बह गया।
ग्रामवासियों में रूपेश राहंगडाले, मानेश्वर, घनश्याम, रोहित आदि ने बताया कि सिवनी से कटंगी, बालाघाट व अन्य स्थानों में जाने-आने वाले वाहन चालक इसी मार्ग से होकर आते-जाते हैं। वहीं गोकलपुर और आसपास के कई गांव के ग्रामीण व स्कूल विद्यार्थी गंगेरूआ इसी मार्ग से होकर जाते हैं। सड़क के क्षतिग्रस्त होने से वाहन चालकों को गोकलपुर से गंगेरूआ जाने के लिए लगभग एक किलोमीटर की दूरी के बदले लगभग 10 किलोमीटर घूम कर जाना-आना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि सिवनी से कटंगी जाने वाले वाहन चालकों को सड़क के बह जाने से अब ग्राम गोकलपुर के पास गांव बोरी, धपारा, गंगेरूआ होकर जाना पड़ रहा है, जहां का मार्ग भी अत्यधिक खराब है। कई जगहों गहरे चौड़े गड्ढे और उनमें भरा पानी के कारण मार्ग कीचड़, दलदल में तब्दील हो गया है। वाहन के फसने से इस मार्ग पर जाम की स्थिति भी निर्मित हो रही है।

पानी के तेज बहाव से वैकल्पिक मार्ग और पुलिया के बहने पर पुल निर्माण एजेंसी के ठेकेदारों ने सड़क से चौपाया वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए दोनों ओर पोकलेंड मशीन खड़ाकर आवागमन रोक दिया गया। यहां से पैदल राहगीर और दोपहिया वाहन चालक किसी तरह से निकल रहे थे।
ग्रामीणों ने बताया कि वैकल्पिक मार्ग और पुलिया के बहने के बाद से लोगों की आवाजाही शुरू में निर्माण एजेंसी ने तो रोक लगाई लेकिन दोपहर बाद यहां खड़ी की गई पोकलेंड मशीन हटा ली गई। जिससे कुछ चार पहिया वाहन चालक जान हथेली में रखकर वाहन निकाल रहे हैं। किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए अरी पुलिस का कोई जवान नजर नहीं आया।
इनका कहना हैशुक्ला जलाशय का पानी छोड़े जाने के कारण हिर्री नदी का जलस्तर बढ़ा। जिससे वैकल्पिक मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि से वहां सभी आवश्यक इंतजाम निर्माण एजेंसी को करना था।
सौरभ पटेल, थाना प्रभारी, अरी