बीते कुछ वर्षों में सिवनी जिले में वन्यजीव बाघ, तेंदुआ, चीतल व अन्य जीव जंगल से खुले मैदान और रिहायशी इलाकों की ओर आने के मामले बढ़े हैं, जिसके कारण ये शिकार अथवा हादसे में मारे भी जा रहे हैं। इसी साल शहर के नजदीक छिडिय़ापलारी में तेंदुए का शिकार कर कुआं में फैंकने, पेंच से लगे इलाके में खेत के कुआं में, करंट से, डबरे में जहर मिले पानी से बाघ और शावकों की मौत हो चुकी है। वन्यजीवों की मौत से महकमा भी फिक्रमंद है, ऐसे में सुरक्षा के हर जरूरी उपाय अपनाए जा रहे हैं।