
अखिलेश ठाकुर सिवनी. अंग्रेजों के जमाने की प्रमुख राइफलों में शुमार थ्री नॉट थ्री राइफल इतिहास की बात बनने के करीब पहुंच गई है। थानों में तैनात सिपाहियों और हवलदारों के बाद अब केवल ड्रिल प्रेक्टिस उपयोग के लिए हेडक्वार्टर पहुंची थ्री नॉट थ्री राइफल की जगह जल्द ही इंसास का उपयोग होगा। पुलिस मुख्यालय से इसकी तैयारी चल रही है। सबसे पहले थानों पर तैनात सिपाहियों और हवलदारों को इससे लैस किया जा रहा है। आकड़ों के अनुसार जिले के लगभग ५० फीसदी को उक्त राइफल से लैस किया जा चुका है। हालही में इंसास राइफल का एक खेप पुलिस मुख्यालय से हेडक्वार्टर सिवनी पहुंचा है, जिसको थाने में देने की प्रक्रिया चल रही है।
जिले में तेजी से बढ़ रहे लूट, डकैती, चोरी, छिनैती, हत्या व अन्य अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में औसतन कमजोर दिख रही जिला पुलिस को अत्याधुनिक हथियार से सुसज्जित करने में पुलिस महकमा ध्यान दे रहा है। पखवारेभर के अंदर पुलिस मुख्यालय से आए करीब दो सौ इंसास राइफल को थाने पर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कुछ थानों पर राइफल पहुंच चुकी है, जबकि कुछ को भेजने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसारथ्री नॉट थ्री राइफल व एसएलआर राइफल को विदड्राल (वापस) करने की तैयारी है। उसी के तहत अब इंसास सभी थानों में भेजी जा रही है। इससे ड्यूटी के दौरान जरुरत पर सिपाहियों और हवलदारों को फायरिंग करने में सुविधा रहेगी।
जिले में तैनात हैं करीब १२०० पुलिसकर्मी व अधिकारी
पुलिस लाइन सहित जिले के अलग-अलग थानों में ११ से १२ सौ के करीब पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात हैं। इनमें करीब ६०० सिपाहियों और हवलदार को राइफल दिया जाता है। शेष सिपाही और हवालदार की ड्यूटी दूसरे अन्य कार्यों में होती है। उक्त करीब ६०० में से ५० फीसदी को इंसास राइफल मिल चुके हैं। शेष को दिया जाना है। एएसआई से एसडीओपी तक को पिस्टल व रिवाल्वर दिया जाता है।
जिला पुलिस के पास हैं ये असलहे
इंसास, एसएलआर ७.६२, .३८ एमएम रिवाल्वर, ९ एमएम पिस्टल, फाइव ग्लोक पिस्टल, गैस गन, बोल्ट एक्स गन सहित अन्य असलहें है। इसके अलावा पुलिस के पास पर्याप्त मात्रा में रक्षक स्प्रे, रबर बुलेट, ३०३ प्लास्टिक बुलेट, ७.६२ प्लास्टिक बुलेट आदि है। वर्तमान में पुलिस के पास सबसे अधिक इंसास राइफल हो गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जिले में पर्याप्त असलहे हैं। समय के साथ पुलिस अत्याधुनिक असलहों से लैस हो रही है।
जवानों को दे रहे हैं इंसास राइफल
थ्री नॉट थ्री राइफल (३०३) व एसएलआर को विदड्राल किया जा रहा है। इसकी जगह जवानों को इसांस राइफल दिए जा रहे हैं। पुलिस के पास पर्याप्त असलहे और बल है।
- गोपाल प्रसाद खांडेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिवनी
Published on:
15 May 2018 12:20 pm
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