पुलिस लाइन सहित जिले के अलग-अलग थानों में ११ से १२ सौ के करीब पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात हैं। इनमें करीब ६०० सिपाहियों और हवलदार को राइफल दिया जाता है। शेष सिपाही और हवालदार की ड्यूटी दूसरे अन्य कार्यों में होती है। उक्त करीब ६०० में से ५० फीसदी को इंसास राइफल मिल चुके हैं। शेष को दिया जाना है। एएसआई से एसडीओपी तक को पिस्टल व रिवाल्वर दिया जाता है।
इंसास, एसएलआर ७.६२, .३८ एमएम रिवाल्वर, ९ एमएम पिस्टल, फाइव ग्लोक पिस्टल, गैस गन, बोल्ट एक्स गन सहित अन्य असलहें है। इसके अलावा पुलिस के पास पर्याप्त मात्रा में रक्षक स्प्रे, रबर बुलेट, ३०३ प्लास्टिक बुलेट, ७.६२ प्लास्टिक बुलेट आदि है। वर्तमान में पुलिस के पास सबसे अधिक इंसास राइफल हो गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जिले में पर्याप्त असलहे हैं। समय के साथ पुलिस अत्याधुनिक असलहों से लैस हो रही है।
थ्री नॉट थ्री राइफल (३०३) व एसएलआर को विदड्राल किया जा रहा है। इसकी जगह जवानों को इसांस राइफल दिए जा रहे हैं। पुलिस के पास पर्याप्त असलहे और बल है।
– गोपाल प्रसाद खांडेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिवनी