Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पेंच टाइगर रिजर्व में महंगा हुआ बाघ का दीदार, छह दिन बाद खुलेंगे गेट

एक अक्टूबर से पर्यटकों से गुलजार होगा क्षेत्र

2 min read
Google source verification
Pench Tiger Reserve entry fees increases expensive guide mp news

Pench Tiger Reserve entry fees increases expensive guide (फोटो- पेंच टाइगर रिजर्व वेबसाइट)

सिवनी. पेंच टाइगर रिजर्व के कोर एरिया के तीनों गेट( जमतरा, कर्माझिरी और टूरिया) एक अक्टूबर से खुल जायेंगे। तीन माह बाद पयर्टक सफारी का लुफ्त उठाने के साथ बाघ का दीदार कर सकेंगे। हालांकि इस बार उन्हें दस प्रतिशत अधिक प्रवेश और गाइड की बढ़ी हुई फीस देनी होगी। तीन साल बाद शासन ने पेंच टाइगर रिजर्व में इंट्री फीस और गाइड की फीस बढ़ा दी है। इससे पहले वर्ष 2021 में फीस बढ़ाई गई थी। बता दें कि पेंच टाइगर रिजर्व का मुख्य(कोर) क्षेत्र मानसून सत्र के दौरान एक जुलाई से 30 सितंबर तक पर्यटकों के लिए बंद रहता है। इस अवधि में टाइगर रिजर्व में सड़कों का रखरखाव और संरक्षण कार्य किए जाते हैं। लेकिन पर्यटकों को बफर जोन में घूमने का मौका मिलता है। बफर एरिया में जानवरों की चहल-कदमी कम होती है। जबकि कोर जोन में अधिक रहती है। ऐसे में देश विदेश के पर्यटकों को कोर जोन के गेट खुलने का इंतजार रहता है। बारिश का दौर थमने के बाद 1 अक्टूबर से कोर एरिया के तीनों गेट खुलने से पेंच रिजर्व क्षेत्र गुलजार हो जाएगा। वहीं आसपास के दुकानदारों को भी अच्छी आमदनी होगी। बारिश से नहीं हो पाया मेंटनेंस मानसून सीजन में इस बार लगातार बारिश की वजह से पेंच टाइगर रिजर्व के अंदर सड़कों का मेंटनेंस नहीं हो पाया है। ऐसे में पर्यटकों को दिक्कत का भी सामना करना पड़ेगा।

इसलिए प्रसिद्ध है पेंच रिजर्व पेंच टाइगर रिजर्व देश के बाघों के गढ़ में से एक है। भारत के मध्य में स्थित मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। पार्क में टाइगर, भारतीय तेंदुए, भालू, बारहसिंगा सहित जीव - जन्तु पाए जाते हैं। रूडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध नॉवेल ‘द जंगल बुक’ में दर्शाए गए जंगल को पेंच टाइगर रिजर्व पर आधारित माना गया है।

क्या है कोर और बफर एरिया

हर नेशनल पार्क में कोर और बफर एरिया होता है। यह ऐसा क्षेत्र होता है जहां वन्यप्राणियों के रहने और जीवनशैली के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और भोजन उपलब्ध रहता है। वन क्षेत्र का सर्वाधिक घनत्व भी इसी क्षेत्र में देखने को मिलता है। किसी भी नेशनल पार्क में बीच के इलाके को कोर एरिया कहा जाता है। वहीं, कोर एरिया और करीबी ग्रामीण क्षेत्र के बीच का हिस्सा बफर जोन कहलाता है। इसमें कोर एरिया के मुकाबले जंगल और उसका घनत्व कम होता है। बफर एरिया एक तरह से कोर एरिया के चारों ओर रिंग की तरह भौगोलिक क्षेत्र बनाता है और कोर एरिया की सुरक्षा करता है। यहां जानवरों की चहल-कदमी कम रहती है।