मुख्यमंत्री ने 12 जनवरी को भोपाल में विद्यार्थी पंचायत भोपाल में बुलाई थी जिसमें प्रदेश भर के छात्र-छात्राएं प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए। जिले से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं नगर उपाध्यक्ष अंकित सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री से प्रश्न पूछते हुए कहा कि जब आपका आगमन सिवनी हुआ था तो सिवनी में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी लेकिन वह ठण्डे बस्ते में है। वहीं मेडिकल कॉलेज पड़ोसी जिला छिंदवाड़ा में स्वीकृत हो गया। अंकित ने सीएम से मांग की है कि अब वे सिवनी में भी एक मेडिकल कॉलेज खोलें। इसके साथ ही सीएम से दूसरी मांग रखते हुए अंकित ने कहा कि सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नरसिंहपुर, मंडला इन जिलों के लिए एक यूनिवर्सिटी की अत्यंत आवश्यकता है और इन सब जिलों के छात्र-छात्राओं को सागर के हरिसिंह विश्वविद्यालय और जबलपुर की रानी दुर्गावती जाना पड़ता है जिससे काफी समस्याएं होती है। सिवनी इन 4-5 जिलों के केंद्र में स्थित है इसलिए जिले में विश्वविद्यालय खोला जाए। इन सब मांगों को सुनकर मुख्यमंत्री ने इस बारे में चर्चा करकर समाधान निकालने की बात कही। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया एवं स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह दोनों विभागों के राज्यमंत्री एवं आला अधिकारी मौजूद थे। सभी के सुझाव सुनने के बाद सीएम ने बहुत सी घोषणाएं की जिसमें प्रमुख रूप से पांचवीं और आठवीं बोर्ड परीक्षा को पुन: पूर्ववत बोर्ड परीक्षा के रूप में किया जाए। 12वीं में 85 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा, सभी नौकरियों में एनसीसी और एनएसएस के छात्रों को प्राथमिकता आदि घोषणाएं करते हुए सरकार की योजनाएं गिनाई। अंकित के इस मुद्दे को उठाए जाने पर जिलेवासियों ने काफी सराहना की।