25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

डर था वही हुआ, सिवनी नपा स्वच्छता रैकिंग में लुढक़ा

स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में सिवनी की 127 की रैकिंग

2 min read
Google source verification


सिवनी. भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 की रैकिंग जारी कर दी है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार सिवनी नगर पालिका की रैकिंग में गिरावट आई है। पिछले वर्ष 50 हजार से एक लाख वाले जनसंख्या में सिवनी नगर पालिका की राष्ट्रीय स्तर 103वीं रैकिंग थी। जबकि इस वर्ष 50 हजार से तीन लाख वाले जनसंख्या में 127वीं रैकिंग हैं। जबकि प्रदेश में पिछले वर्ष 53वीं रैकिंग मिली थी। वहीं इस बार 199वां रैकिंग दी गई है। हालांकि सिवनी को पिछले वर्ष की तरह ही इस बार भी जीएफसी स्टार रेटिंग में एक स्टार प्राप्त हुआ है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 के नेशनल स्वच्छता सर्वेक्षण में सिवनी नगर पालिका ने 163 वां स्थान हासिल किया था। स्वच्छता अभियान पर जोर देने के बाद वर्ष 2018 में नगर पालिका ने 134 वां स्थान मिला था। वर्ष 2019 के नगर पालिका परिषद पांच पायदान खिसकर 139 वें स्थान पर रही थी। 2020 में आइ इंडिया रैकिंग में नगर पालिका को 76वां स्थान हासिल हुआ था। इसके बाद रैकिंग में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।

डोर टू डोर कलेक्शन में पूरे नंबर
सिवनी नगर पालिका की स्वच्छता नोडल अधिकारी बिन्देश्वरी पन्द्रे ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में इस बार डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में सिवनी नगर पालिका को शत प्रतिशत अंक मिले हैं जबकि पिछली बार 82 प्रतिशत था। वहीं प्रोसेसिंग के भी शत प्रतिशत अंक दिए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष 60 प्रतिशत था। उन्होंने बताया कि शहर में 45 से 50 टन कचरा प्रतिदिन कलेक्शन किया जा रहा है। हमने 13750 टन पुराने कचरे का उपचार किया था।

इस बार मिले हैं बेहतर अंक
नोडल अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष 9500 अंक में से 5300 प्राप्त हुआ था। जबकि इस बार इस बार 12500 में से 8700 अंक प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 से अब तक लगातार ओडीएफ प्लस प्लस मिल रहा है।

पत्रिका ने पहले ही जताई थी आशंका
सिवनी नगर पालिका क्षेत्र में सफाई व्यवस्थाओं को लेकर पत्रिका ने बार-बार सवाल उठाया था। शहर में अधिकतर जगह नालियों की सफाई न होने, हर तरफ गंदगी फैले रहने सहित अन्य बिन्दुओं पर नगर पालिका का ध्यान भी दिलाया था, लेकिन सुधार नहीं हुआ। नगर पालिका सिवनी स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर तैयार भी नहीं दिख रही थी। इसी बीच मार्च 2025 में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के सर्वे के लिए दिल्ली से गठित टीम सिवनी पहुंची। चार सदस्यीय टीम ने नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न वार्डों एवं छिडिय़ा पलारी का निरीक्षण किया था। टीम छह दिनों तक शहर में रही। 28 बिन्दुओं पर सर्वे का काम पूरा किया। नगर पालिका क्षेत्र के 24 वार्डों में सफाई व्यवस्था का हाल जाना था। वहीं छिडिय़ा पलारी स्थित नगर पालिका के अपशिष्ट प्रसंस्करण और निपटान स्थल का भी निरीक्षण किया था। टीम अधिकतर बिन्दुओं पर असंतुष्ट भी दिखी। शहर की स्थिति को देखते हुए यह संभावना थी कि रैकिंग में गिरावट दर्ज की जाएगी।

28 बिन्दुओं पर हुआ सर्वे
स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए टीम ने 28 बिन्दुओं पर सर्वे किया था। इसमें दुकान, घर का मूल्यांकन, नाले-नालियां, गीला-सूखा कचरा और लोगों से बातचीत सहित अन्य बिन्दु शामिल था।

इनका कहना है….
स्वच्छ सर्वेक्षण की रैकिंग में कई बिन्दुओं पर हमारी स्थिति बेहतर है। हालांकि जिन बिन्दुओं पर हमें कम अंक मिले हैं उसकी समीक्षा की जाएगी। कमियों को दूर किया जाएगा और पूरा प्रयास रहेगा कि हम अगले वर्ष बेहतर से बेहतर स्थिति में रहें।

विशाल सिंह मर्सकोले, सीएमओ, नपा, सिवनी