शहडोल. 15 मार्च से अनिश्चितकालीन काम बंद कर हड़ताल पर बैठे आशा ऊषा कार्यकर्ता व सहयोगनी ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम विधायक को ज्ञापन सौंपा है। शनिवार की दोपहर बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता जयसिंहनगर विधायक जयसिंह मरावी के निवास पर पहुंची जहां नाराबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में के माध्यम से बताया कि प्रदेश में गर्भवती महिला, धात्री माता, नवजात शिशुओं के साथ-साथ आम जनता की स्वास्थ्य की देखभाल में दिन रात काम रहीं आशा ऊषा व पर्यवेक्षकों के प्रति प्रदेश सरकार एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का रवैया बेहद अन्यायपूर्ण रहा है। कार्यकर्ताओं को 2000 रुपए मासिक अल्प वेतन में काम करने को विवश होना पड़ रहा है। उन्होने अपनी मांगो में कहा कि मिशन संचालक 2021 को दिए अनुशंसा को लागू कर आशा को 10 हजार एवं पर्यवेक्षकों को 15 हजार रुपए निश्चित वेतन दिया जाए व कर्मचारियों को नियमित किया जाए, गे्रच्यूटी, पेंशन सहित सामजिक सुरक्षा लाभ दिया जाए व न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए दिया जाए। इसी के साथ 14 अन्य मांगें भी शामिल हैं।
सेवा समाप्त के आदेश हो निरस्त
विधायक को लिखित आवेदन देते हुए कहा कि ग्राम कठौतिया में आशा पर्यवेक्ष व दो आशा कार्यकर्ता की 13 मार्च को सेवा समाप्त का आदेश दिया गया है। कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि तीनों कर्मचारी की सेवा समाप्ति के आदेश वापस लेते हुए यथावत कार्य करने की अनुमति दी जाए।