
crime (symbolic photo)
शहडोल. शहर के निजी अस्पताल देवांता में महिला मरीज की मौत के बाद भी वेंटीलेटर पर रखकर रुपए वसूलने के मामले की जांच में नया मोड़ सामने आया है। जांच टीम के हाथ 16 लिफाफा बंद एटीएम और बैंक से जुड़े दस्तावेज लगे हैं। इसके अलावा दो पैरामेडिकल कॉलेजों के आवेदन फार्म के अलावा ही कई दस्तावेज मिले हैं। बड़ी मात्रा में लिफाफा बंद एटीएम और बैंक से जुड़े दस्तावेज मिलने के बाद जांच में नए तथ्य सामने आ गए हैं। जांच अधिकारी अब अलग-अलग बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। अधिकारी पड़ताल कर रहे हैं कि एटीएम और दस्तावेज कहां से किस माध्यम से अस्पताल तक पहुंचे हैं। इसके साथ ही इन लोगों के लिफाफा बंद एटीएम लंबे समय से देवांता अस्पताल में क्यों रखा गया था। जांच अधिकारियों को सांईनाथ पैरामेडिकल कॉलेज उमरिया और रामचन्द्र पैरामेडिकल कॉलेज शहडोल के दस्तावेजों के साथ आवेदन भी जब्त किए हैं। अधिकारी जानकारी देने से कतरा रहे हैं।
छग की छात्रा भी थी शामिल, खामियां मिलने पर रिजेक्ट
देवांता अस्पताल में एक छत्तीसगढ़ की छात्रा का फार्म भी जांच टीम के हाथ लगा है। छत्तीसगढ़ की छात्रा को भी पैरामेडिकल कोर्स में शामिल किया गया था। यहां पर छात्रवृत्ति में छत्तीसगढ़ के बलौद से छात्रा का फार्म भी रिजेक्ट हुआ है। जिसमें दस्तावेजों में खामियां
मिली थी।
जांच टीम की धीमी रफ्तार, आरोपी फरार
देवांता अस्पताल मामले में प्रशासन की जांच की रफ्तार भी धीमी हो गई है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। मामले में टीम के अधिकारियों ने भी मामले में चुप्पी साध ली है।
Published on:
07 Oct 2021 09:01 pm
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