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अयोध्या मंदिर व रामदरबार की आकृति वाली राखियों से सजेगी भाइयों की कलाई

रक्षाबंधन के लिए सजा बाजार, बच्चों को भा रही म्यूजिकल राखियां

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रक्षाबंधन के लिए सजा बाजार, बच्चों को भा रही म्यूजिकल राखियां
शहडोल. भाई बहन के पवित्र रिश्तों के त्योहार रक्षाबंधन को नौ दिन शेष हैं। बाजार में राखी की दुकानें सजकर तैयार है। खरीददारी के लिए दुकानों में महिलाओं व बच्चों की भीड़ पहुंचने लगी है। इस बार बाजार में अयोध्या मंदिर व रामदरबार की आकृति वाली राखियों की खूब डिमांड हैं। इसके साथ ही बच्चों के लिए कार्टून, भीम, इवेल आई व म्यूजिकल राखी खूब पसंद की जा रही है। इस बार आरती की आकर्षक थाली व तरह-तरह के गिफ्ट पैक राखी की दुकानों में सजाए गए हैं। राखी व्यापारियों की माने तो शहर में इस बार अलग-अलग इलाकों में राखी की 200 से अधिक दुकानें सज कर तैयार हो चुकी हैं। इसके साथ ही ग्रामीण इलाके में भी राखी की दुकानें किराना दुकान व जनरल स्टोरों में अलग से सजाई गई है।
अहमदाबाद व कोलकाता में तैयार
राखी व्यापारियों की माने तो अयोध्या मंदिर व रामदरबार की आकृति वाली राखी को अहमदाबाद व कोलकाता में तैयार किया गया है। जहां से यह आकर्षक राखियों को एक महीने पहले आर्डर में मंगाया गया। इसके पहले तक व्यापारी दिल्ली, जबलपुर व कटनी की राखियों को लाकर व्यापार करते थे। लेकिन इस बार से अहमदाबाद व कोलकाता से राखी लाई गई हैं। इसके अलावा भी बाजार में राधाकृष्ण, गणेश जी, शंकर जी, रुद्राक्ष जड़ी राखी के साथ ही चंदन की राखी व बे्रसलेट की डिमांड है।

राखी व्यापारी रत्नेश गुप्ता ने बताया कि वह 1991 से राखी का व्यवसाय कर रहे हैं। इस बार राखियों को अहमदाबाद व कोलकाता से मंगाया गया है। अयोध्या मंदिर व रामदरबार की आकृति वाली राखियों को खूब पसंद किया जा रहा है।

राखी विक्र्रेता रज्जन नामदेव ने बताया कि महिलाएं राखी के साथ गिफ्ट पैक व मैचिंग का रूमाल पसंद कर रही हैं। 100-150 रुपए की बीच की राखियों की बिक्री ज्यादा है। इस बार क्रिस्टल, रुद्राक्ष व चंदन वाली राखी का स्टॉक रखा गया है।

व्यापारी सम्यक जैन ने कहा कि इस बार 10 रुपए से 300 रुपए तक की राखियां मंगाई गई हैं। इसके साथ ही बहनें आरती की थाली व रूमाल की मांग भी कर रही हंैं। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे भीड़ बढ़ती जा रही है।

श्याम बाबू ने बताया कि त्यौहार को लेकर लोगों में उत्साह बना हुआ है। भगवान की आकृति वाली राखियों की डिमांड ज्यादा है। राखी की मैन्युफैक्चरिंग लोकल नहीं होती है, राखियां बाहर से मंगाई जाती हंै। जिसके कारण महंगी बिकती हंै।

राखियों के दाम
चंदन 20
रुद्राक्ष 50
बे्रसलेट 150
भइया भाभी 100
अयोध्या मंदिर 250
रामदरबार 250
क्रिस्टल 30
इवेल आई 40
बच्चों की राखी
10 से 100 तक