Cases of conjunctivitis: शहडोल में गर्मी के साथ आंखों में संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। जिला अस्पताल में रोजाना 50-60 मरीज पहुंच रहे हैं, जिनमें बच्चों और बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है।
Cases of conjunctivitis: गर्मी में आंखों में सक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है। शहाडोल जिला चिकित्सालय में हर रोज 50-60 मरीज आंखों में समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। इसमें सबसे अधिक बच्चे व बुजुर्ग प्रभावित हो रहे हैं। जिला अस्पताल के नेत्र इकाई के चिकित्सकों की माने तो गर्मी में कंजंक्टिवाइटिस व आंखों में जलन खुजली, आंख से पानी बहना, लालपन की शिकायत आनी शुरू हो गई है। हर रोज 3-4 मरीज एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस के सामने आ रहे हैं। जिन्हें जांच के बाद सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
कंजक्टिवाइटिस, आंखों की एक आम समस्या है। ये तब होता है, जब आंखों की पारदर्शी परत कंजंक्टिवा सूज जाती है। ये आंखों में खुजली, लालिमा और पानी आने जैसी समस्याएं पैदा करती है। ऐसी समस्या होने पर एक या दो दिन में चिकित्सकों की सलाह पर उपचार शुरू करने से लाभ मिल जाता है।
जिला चिकित्सालय के नेत्र विशेषज्ञ डॉ वीएस बारिया ने बताया कि गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। धूल व डस्ट आंखों में जाने से एलर्जिक कंजेक्टिवाइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है। ये आंखों के लिए एलर्जी का कारण बनती है। इसमें आंखों की कंजक्टिवा (ऊपरी परत) में सूजन और लालिमा आ जाती है। एलर्जिक सकता है।
चिकित्सकों ने बताया कि ये आमतौर पर 4 से 5 दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन लापरवाही करने पर खुजली और जलन की समस्या बढ़ जाती है। इस समस्या को देखते हुए नेत्र विशेषज्ञों ने बाहर जाते समय चश्मा पहने रखने की समझाइस दी है। चिकित्सकों ने कहा कि आंखों में किसी प्रकार की समस्या होने पर चिकित्सकों की सलाह से ही उपचार करना चाहिए।
नेत्र विशेषज्ञ डॉ. एके लाल ने बताया कि आंखों में जलन, सूजन, खुजली, लालिमा की शिकायत होने पर मरीज चिकित्सकों की सलाह के बैंगर ही मेडिकल दुकानों से दवा लेकर उपयोग करते हैं। कई बार मरीजों को इससे समस्या बढ़ जाती है। जिसे ठीक होने में काफी समय लगता है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि बिना चिकित्सक के पारमर्श के दुकानों से दवाइयों का उपयोग न करें।