16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आचार्यश्री विद्यासागर जी दया पुरस्कार में बोले शिवराज, जो दूसरों को जीते हैं वह वीर और जो स्वयं को जीते वह महावीर

- आचार्यश्री विद्यासागर जी दया पुरस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम

2 min read
Google source verification
acharyashree_vidyasagar_ji_daya_award.png

शहडोल। महावीर स्वामी के पांच महाव्रत सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह भौतिकता से दग्ध मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दर्शन कराते हैं। महावीर जयंती पर हम उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लें।

महावीर स्वामी ने बताया था कि जो दूसरों को जीते हैं वह वीर और जो स्वयं को जीते वह महावीर। स्वयं को जीतने के लिए जितेंद्रिय अर्थात जैन होना पड़ता है। इस अर्थ में सभी को जैन बनने का प्रयास करना चाहिए।

यह बात सीएम शिवराज सिंह ने अमरकंटक में सोमवार को कही। वे आचार्यश्री विद्यासागर जी दया पुरस्कार कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उन्होंने प्रदेश की श्रेष्ठ गोशालाओं, गो भक्तों और पशु सेवकों को पुरस्कार वितरित किए।

मध्यप्रदेश गो संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने कहा कि इस वर्ष गोशालाओं को 202 करोड़ 53 लाख की राशि वितरित की गई है।

भगवान आदिनाथ के किए दर्शन : मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमरकंटक में सर्वोदय तीर्थ पंचकल्याण मंदिर पहुँच कर भगवान आदिनाथ के दर्शन कर प्रदेश के नागरिकों की सुख-समृद्धि के लिए कामना की। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का अवलोकन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान को मंदिर परिसर में स्थापित 1000 प्रतिमाओं संबंधी जानकारी दी गई।

आचार्य विद्यासागर महाराज से आशीर्वाद लिया : मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमरकंटक में जैन धर्मशाला पहुँच कर आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन किये और उनका आशीर्वाद लिया।

पशुओं के लिए भी एंबुलेंस की सेवा
सीएम ने कहा कि अब सरकार मनुष्यों की तरह गायों, पशुओं के लिए भी एंबुलेंस सेवा शुरू कर रही है। हर ब्लॉक में एक-एक एंबुलेंस चलाई जाएगी। 407 पशु एंबुलेंस आ चुकी हैं। सेवा एक माह में शुरू हो जाएगी।

इसके लिए 1962 पर कॉल करना होगा। इस दौरान बाल ब्रह्मचारी आचार्य विनय भैया ने कहा कि गोवंश के समक्ष भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है। सुझाव दिया कि मप्र सरकार विस में इस प्रकार का बिल लेकर आए कि किसान नरवाई को जलाएं नहीं, बल्कि भूसे को गोशालाओं को दे दें।