
कोरोना अलर्ट: अब 50 फीसदी उपस्थिति के साथ खुलेंगे स्कूल, गाइड लाइल के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई
शहडोल. कोविड के नए वैरियंट ओमिक्रॉन और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए गुरुवार को जिले के प्राइवेट स्कूल संचालकों की अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने बैठक ली। जिसमें उन्होने कहा कि प्राइवेट स्कूल के संचालक यह निश्चित करें कि उनके शिक्षण संस्थान में कोरोना के नये वैरियंट ओमिक्रॉन एवं कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर कोविड अनुकूल व्यवहार का कडाई से पालन किया जाए। स्कूल का संचालन 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति के साथ किया जाए और 50 प्रतिशत छात्र ऑनलाइन के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करें। अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने बैठक में कहा कि प्राइवेट स्कूलों के संचालक यह भी निश्चित करें कि उनके स्कूल परिसर में 18 वर्ष से ऊपर से कोई भी व्यक्ति जो टीकाकरण नहीं कराया है प्रवेश न कर सकें। छात्रों में व्यवहार परिवर्तन कर कोरोना अनुकूल व्यवहार के प्रोटोकालए, मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिग एवं सेनेटाइजर या साबुन से बार-बार हाथ धोना उनके दिनचर्या में शामिल कराएं एवं बच्चों को टीकाकरण का ब्रांड एम्बेसडर बनाकर उनके परिजनों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित कराएं। क्योंकि टीकाकरण के दोनों डोज ही कोरोना संक्रमण से बचाव का सुरक्षा कवच है। स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए छात्रों को प्रेरित करें और यह व्यवस्था भी करें कि छात्र अनावश्यक भीड-भाड न लगाएं। स्कूलों के बाशरूम, टायलेट बाथरूम, क्लास रूम को अच्छे से सेनेटाइज कराएं और बच्चों को पेयजल भी शद्ध मिले यदि संभव हो सके तो बच्चों को घर से ही मास्क लगाकर एवं खुद का ही पेयजल लाने के लिए प्रेरित करें। अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने कहा कि उनके द्वारा स्कूलों की जांच कराई जाएगी और यदि कोई शिक्षक, कर्मचारी टीकाकरण से वंचित पाया जाएगा या स्कूलों में कोविड अनुकूल व्यवहार का उल्लंघन होगा तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। अपर कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में परीक्षा आदि के समय कोविड अनुकूल का व्यवहार अनिवार्य रूप से किया जाए। बैठक में सहायक आयुक्त आदिम जाति रणजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी रणमत सिंह, डीपीसी डॉ. मदन त्रिपाठी सहित जिले के प्राईवेट स्कूलों के संचालक उपस्थित थे।
Published on:
10 Dec 2021 12:36 pm
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