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लॉकडाउन का दर्द: 12 सौ किमी के लिए पैदल निकला मजदूर, चलते-चलते तोड़ दिया दम

लॉकडाउन में 19 अप्रैल को शहडोल के लिए भाई के साथ निकला था पैदल

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Coronavirus lockdown pain: Labour Death in mumbai shahdol route

लॉकडाउन का दर्द: 12 सौ किमी के लिए पैदल निकला मजदूर, चलते-चलते तोड़ दिया दम

शहडोल। लॉकडाउन में साधन न मिलने के बाद मुंबई से शहडोल के लिए पैदल निकले एक मजदूर की नासिक में मौत हो गई। भाई और रिश्तेदारों के साथ अधेड़ 19 अप्रैल को मुंबई से पैदल निकला था। नासिक पहुंचते ही हालत बिगड़ी और 22 अप्रैल की रात को मौत हो गई। जयसिंहनगर के बराछ गांव निवासी रामकेस पटेल मुंबई रोजगार के लिए गया था। लॉकडाउन के बाद घर वापसी के लिए साधन नहीं था। कंपनी ने भी मजदूरी कराने से हाथ खड़े कर दिए थे। इसके बाद रामकेस अपने साथियों के साथ पैदल चलने का ही निर्णय लिया। 19 अप्रैल को पैदल सभी मजदूर निकले थे। 22 अप्रैल को हालत बिगड़ गई और रास्ते में ही मौत हो गई। बताया गया कि अधेड़ पिछले कुछ दिनों से भूखा था। घर लौटने के वक्त पर्याप्त पैसे भी नहीं थे। सूचना मिलते ही शहडोल प्रशासन ने महाराष्ट्र सरकार से बात करते हुए दाह संस्कार के लिए व्यवस्था कराई और आर्थिक मदद की।


अलग-अलग रास्ते में थे साथी, एक दिन बाद मिली खबर
बताया गया कि कार्रवाई से बचने के लिए सभी साथी अलग- अलग रास्तों से चल रहे थे। मौत के बाद साथियों को एक दिन बाद खबर लगी थी। अधिकारियों के अनुसार, मृतक का भाई भी नासिक में मौजूद था। लगातार संपर्क में है। उधर शहडोल प्रशासन ने मृतक के घर पर भी सहायता पहुंचाई है। इस संबंध में कलेक्टर सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि अधेड़ मुंबई से शहडेाल के लिए निकला था। नासिक में मौत हुई है। प्रशासन ने दो लाख की आर्थिक मदद की है। बीमा योजना के तहत भी दो लाख की मदद पहुंचाई जा रही है। हम परिजनों से लगातार संपर्क में हैं।