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तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने बेजुबानों को रौंदा

बेलगाम वाहन ने ली पांच मवेशियों की जान

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Fast speed unknown vehicle trampled down

cow accident

शहडोल- कटनी से गुमला पहुंच मार्ग एनएच 43 में शहडोल के लालपुर हवाई अड्डे के पास ही एक बड़ा हादसा हो गया... तेज रफ्तार से आ रही एक अज्ञात वाहन ने सड़क में बैठे मवेशियों को बेदर्दी से रौंद डाला.. ये हादसा गुरुवार को सुबह सुबह हुआ... जहां एक अज्ञात वाहन के लापरवाही के चलते बड़ा हादसा हो गया... इस दर्दनाक हादसे में जहां मौके पर ही 5 मवेशियों की मौत हो गई... तो वहीं दो मवेशी गंभीर रुप से घायल हो गए... दुर्घटना के बाद अज्ञात वाहन चालक मौके से भाग निकले... अज्ञात वाहन चालक मानवीय हदों को पार करते हुए मृत व घायल मवेशियों को उसी हालात में छोड़कर भाग निकले... ये दर्दनाक घटना सुबह लगभग 5 बजे के करीब हुई... मवेशियों को किस गाड़ी ने कुचला... अभी तक इस घटना का पता नहीं चल सका है.. दुर्घटना में घायल और मृत मवेशी सुबह तक सड़क पर ही पड़े रहे... सुबह करीब 6 बजे घटना की जानकारी लगने पर मवेशी के मालिक और वहां पर मौजूद आसपास के लोग मौके पर
पहुंच कर मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी... जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची.. और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला कायम कर मृत मवेशियों के शव को पोस्टमार्टम करा कर शव को मवेशी मालिकों के हवाले कर दिया...
घटना के शिकार हुए मवेशियों के मालिकों ने मौके पर पहुंच कर खूब हो हल्ला मचाया... और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ शिकंजा कसने की बात कहते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की है... घटना स्थल में मौजूद मवेशी के मालिकों ने बताया की अज्ञात वाहन के चके के नीचे रौंदी गई गायों में दो गाय के पेट में बच्चा भी था... जो इस इस घटना की शिकार हो गईं..

घटना की जानकारी लगते ही मौके पर विश्व ङ्क्षहदू परिषद, गौरक्षक, बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी पहुंच गए.. जिन्होंने ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए बेजुबान जानवरों पर अत्याचार बर्दास्त नहीं करने की बात कही है...
इस घटना के बारे मेें आज से 3 दिन पहले नगरपालिका को चेताते हुए ज्ञापन सौंपा गया था... जिसमें आवरा मवेशियों की व्यवस्था करने की मांग की गई थी... लेकिन वक्त रहते इस ज्ञापन पर अमल नहीं करने से आज कितने बेजुबान मवेशी काल के गाल में समा गए...
आपको बता दें कि मवेशियों के देखरेख की जिम्मेदारी मवेशी पालकों की भी होती है... लेकिन वो इस जिम्मेदारी से बचते हुए उनका दोहन कर, दूध निकालने के बाद मवेशियों को सड़क पर छोड़ देते हैं.. जिसके चलते अक्सर मासूम बेजुबान इस तरह की दर्दनाक हादसों का शिकार हो जाते हैं... इस लापरवाही पर उनके खिलाफ भी पशु अत्याचार अधिनियम के तहत कार्रवाई का नियम है ।