
यहां सीएम हेल्पलाइन से भी लोगों को नहीं मिल रही हेल्प, बैठकों तक सीमित अधिकारियों के निर्देश
शहडोल. प्रत्येक बैठकों में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा के साथ ही इन्हे प्राथमिकता से निराकृत करने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए जाने वाले यह निर्देश कुछ विभागों के अधिकारियों के लिए बैठकों तक ही सीमित रह गए हैं। जिसकी बदौलत बार-बार निर्देशित किए जाने के बाद भी सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों में कमी नहीं आ रही है। 86 विभागों में सीएम हेल्पलाइन के 2988 शिकायतें अभी भी लंबित हैं। जिसमें सबसे ज्यादा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की शिकायतें लंबित हैं। जिसमें राशन न मिलने, समय पर दुकान न खुलने, पात्रता पर्ची जारी न होने जैसी शिकायतें शामिल है। जिनका निराकरण भी विभागीय अधिकारी कर्मचारी समय पर नहीं करा पा रहे हैं। आलम यह है कि 300 से ज्यादा दिनों से ऐसी छोटी-छोटी शिकायतें लंबित हैं। जिन्हे अधिकारियों ने निराकृत करना लाजमी नहीं समझा।
शिकायतकर्ताओं को संतुष्ट नहीं कर पा रहे अधिकारी
सीएम हेल्पलाइन में लंबित शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण किया जाना है। जिसके लिए शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर उनकी समस्याओं को जानने और उनका निराकरण करने में अधिकारी विशेष रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर शिकायतों या तो निराकृत ही नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में अधिकारी ज्यादातर शिकायतें संपर्क न होने या फिर अन्य बहाने से बंद करने की जुगत में लगे रहते हैं।
राजस्व और खाद्य विभाग की ज्यादा शिकायतें
जिन विभागों की सीएम हेल्पलाइन की ज्यादा शिकायतें लंबित है उसमें राजस्व और खाद्य विभाग शामिल है। जिसमें सर्वाधिक शिकायतें खाद्य विभाग की है। जिसमें सर्वाधिक खाद्य विभाग की 634 शिकायतें लंबित हैं। जबकि राजस्व विभाग की 537 शिकायतों का अब तक निराकरण नहीं हो पाया है।
लेवल-1 और लेवल-2 पर नहीं हो रहा निराकरण
अधिकारियों द्वारा सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों का लेवल-1 और लेवल-2 स्तर पर ही प्रकरणों के निराकरण पर जोर दिया जा रहा है। इसके बाद भी सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों का इस स्तर पर अधिकारी निराकरण नहीं कर पा रहे हैं। जिस वजह से लगातार शिकायतों का समय पर निराकरण नहीं हो पा रहा है और दिन प्रतिदिन शिकायतों की संख्या बढ़ती जा रही है।
Published on:
25 Feb 2022 12:26 pm
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