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क्या ऐसी होती है नगरपालिका, जहां बुजुर्गों व दुकानदारों को खुद करनी पड़ती है नाली की सफाई

आधे घंटे की बारिश ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल

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शहडोल. गुरुवार की शाम हुई झमाझम बारिश ने नगरपालिका की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। नगर में जगह-जगह नाली उफान मारने लगी और नालियों का गंदा पानी लोगों के घरों में भरने लगा। इतना ही नहीं नाली का गंदा मलवा सडक़ों पर पट गया। वार्डवासी परेशान होकर खुद ही नालियों के सफाई का मोर्चा संभाला और घंटो मशक्कत करने के बाद पानी निकासी की सुविधा बनाई। शुक्रवार को भी शहर के कई इलाकों में नाली का गंदा मलावा सडक़ों पर पटा होने से लोग परेशान हुए। फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले दुकानदार खुद मलवे की सफाई करते नजर आए। शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर नगपालिका इन दिनों पूरी तरह लापरवाह है। यही कारण है कि शहर के अधिकांश हिस्सों की नाली गंदगी से बजबजा रही है। सफाई के नाम पर नपा शहर के मुख्य मार्गों में सिर्फ झाडू लगवा रही, जबकि वार्डों में गंदगी पटी पड़ी है। लोग दुर्गन्ध से परेशान हो रहे और शाम होते ही म‘छरों का प्रकोप भी बढऩे लगा है।
वार्डवासियों ने कहा किसी काम की नहीं नपानगरपालिका के उदासीन रवैये से वार्डवासी परेशान है, पत्रिका से बात चीत में बताया कि क्या ऐसी भी नगरपालिका होती है जो नगर की सफाई भी प्राथमिकता से न करा सके,जबकि टैक्स तो हर चीज का लिया जाता है। वार्डवासियों का कहना है कि बीते कुछ महीनों से सफाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूर्ति किया जा रहा है। घरों से कचरा कलेक्शन और मुख्य मार्गों की रात में सफाई तक ही नपा का कार्य सीमित रह गया है।