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आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है यह चावल, रक्त निर्माण में है काफी सहायक

फोर्टीफाइड चावल के संबंध में कार्यशाला का आयोजन

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आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है यह चावल, रक्त निर्माण में है काफी सहायक

आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है यह चावल, रक्त निर्माण में है काफी सहायक

शहडोल. फोर्टीफाइड चावल पोषक तत्वों से भरपूर है, मनुष्य के लिए अमृत के समान है। फोर्टीफाइड चावल से तात्पर्य है कि वह चावल जिसमें उत्पादन के समय पोषक तत्व जैसे आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 मिलाया गया है। जिसमें हमारे शरीर में होने वाले पोषक तत्वों की कमी के पूर्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पोषक प्रदान करता है। यह चावल में उपलब्ध आयरन शरीर में होने वाली खून की कमी से बचाव में सहायक है। इसी प्रकार फोलिक एसिड भ्रूण विकास और रक्त निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है एवं हमारे तंत्रिका तंत्र को सामान्य रूप से काम करने एवं रक्त निर्माण करने में विटामिन बी 12 अत्यंत सहायक है। यह जानकारी कलेक्टर वंदना वैद्य ने न्यूट्रीशन इंटरनेशनल द्वारा फोर्टीफाइड चावल परियोजना के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए दी। उन्हाने कहा कि चावल, गेंहू का आटा, वनस्पति तेल, नमक व दूध में निर्धारित मात्रा में आयरन फोलिक एसिड व बी-12 मिलाने पर खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता बढ़ जाती है। इसे खाने से शरीर को आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते हैं। इस प्रकार सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। यदि सामान्य जन समुदाय को फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ का उपयोग करने की आदत हो जाए तो भारत सरकार के कार्यक्रम राष्ट्रीय पोषण अभियान व एनीमिया मुक्त भारत अभियान को सफल बनाया जा सकता है। कार्यशाला को संबोधित करते हुए अवर सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिल्ली अरुण कुमार सेंगल ने कहा कि देश में औसतन हर दूसरी महिला में खून की कमी है और हर तीसरा बच्चा कमजोर है। कुपोषण की इसी स्थिति को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने एक महत्वाकांक्षी अभियान शुरू किया है। फोर्टिफाइड चावल का मतलब है पोषकयुक्त चावल। यह देखने में आम चावलों जैसे ही लगते हैं। इन्हें सामान्य चावलों की तरह धोकर उबालकर पकाकर खाया जाता है। कुपोषण दूर करने के लिए सरकार इसे मिड डे मील और राशन आदि में बंटवा रही है। कार्यशाला में ऋषभ गुप्ता, डॉ. मुकेश स्वर्णकार, जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर, सीएमएचओ डॉ. आरएस पांडेय, डीईओ फूलचंद्र मरपाची, एसपी गुप्ता, मनोज कुमार द्विवेदी सहित अन्य उपस्थित रहे।