
संस्कृत पढऩे व लिखने में होगी आसानी, धारा प्रवाह संस्कृत में बात कर सकेंगे छात्र
शहडोल. पंडित शंभू नाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग ने संस्कृत संभाषण का कोर्स वर्क प्रारंभ किया है। यह कोर्स वर्क एक माह चलेगा, जिसमें छात्रों को संस्कृत पढऩे एवं लिखने में जो व्याकरण गत समस्याएं होंगी उससे निजात मिलेगी। साथ ही संधि, समास, कारक, प्रत्यय आदि का संपूर्ण ज्ञान प्राप्त होगा। इससे बच्चे धारा प्रवाह संस्कृत में बातचीत कर सकेंगे। इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय ने यह कोर्स वर्क प्रारंभ किया है। कोर्स वर्क के शुभारंभ अवसर पर मुख्य रूप से विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामशकर का मार्गदर्शन बच्चों को प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि मैं अपने आप को बहुत कमजोर महसूस करता हूं इसका मुख्य कारण है संस्कृत ना बोल पाना। धर्म, ग्रंथ, गीता, रामायण आदि के अध्ययन में जो अशुद्धि हो जाती है इसका मुख्य कारण व्याकरण का ज्ञान ना होना है। कंप्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा संस्कृत है अत: आधुनिक समय में संस्कृत का ज्ञान होना अति अवनिवार्य है। आप लोगों का सर्वांगीण विकास हो यही विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य है और इसी के कारण यह कोर्स वर्क प्रारंभ किया गया है। परिसर प्रभारी डॉ. करुणेश झा ने विश्वविद्यालय के छात्रों को संस्कृत संभाषण में भाग लेने प्रेरित किया व संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रो. विनोद शर्मा ने प्रस्तावित उद्बोधन मे बच्चों को सर्वांगीण विकास के लिए बताया। मंच का संचालन विश्वविद्यालय के सहायक प्रा. डॉक्टर बृजेंद्र कुमार पांडे ने संस्कृत भाषा में किया। इस अवसर पर संस्कृत विभाग के समस्त प्राध्यापक छात्राएं उपस्थित थे। कोई भी छात्र इसमें भाग लेकर के एक घंटा प्रतिदिन अध्ययन करके संस्कृत विषय में दक्षता प्राप्त कर सकता है।
Published on:
05 Nov 2023 10:05 pm
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