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टूटे स्ट्रेचर में लाश रख कंधे पर लादकर कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजन, हादसे में मौत के बाद नहीं मिला शव वाहन, देखें वीडियो

आक्रोशित परिजनों ने किया हंगामा

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kindred Put a corpse on shoulder and reached collector

टूटे स्ट्रेचर में लाश रख कंधे पर लादकर कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजन, हादसे में मौत के बाद नहीं मिला शव वाहन, देखें वीडियो

शहडोल। अव्यवस्थाओं से घिरे रहने वाले जिला अस्पताल में कमिश्नर के दौरे और फटकार को 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए थे कि मानवता को शर्मसार करने वाला एक और मामला सामने आ गया। सड़क हादसे के बाद युवक की लाश रातभर पीएम के लिए अस्पताल के बाहर पड़ी रही। सुबह आधा किमी से ज्यादा दूर पीएम कक्ष तक लाश ले जाने के लिए शव वाहन भी नहीं दिया गया। आक्रोशित परिजन टूटे स्ट्रेचर में लाश रखकर कंधे में लादकर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए और जमकर विरोध किया। बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम सुरेश अग्रवाल और पुलिस अधिकारियों ने समझाइश दी और पीएम कराया। पुलिस के अनुसार, शहर से सटे पचगांव अंतरा मार्ग में सड़क हादसे में पुरषोत्तम कोल की मौत हो गई थी, जबकि पत्नी संजू कोल गंभीर रूप से घायल थी। रातभर पुरषोत्तम की लाश अस्पताल के बाहर पड़ी रही। सुबह पीएम के लिए आधा किमी से ज्यादा दूर पीएम कक्ष ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिला। अस्पताल प्रबंधन शव वाहन देने से हाथ खड़ा कर दिया था और प्राइवेट एंबुलेंस द्वारा ज्यादा पैसों की मांग की जा रही थी। पैसा न होने की वजह से शव वाहन नहीं मिला। जिसके बाद परिजन भड़क गए और पुरषोत्तम की लाश स्ट्रेचर में रखकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए।


घूमकर जाते हैं पीएम रूम, बाइक में बैठ जाते हैं डॉक्टर
जिला अस्पताल से पीएम कक्ष जाने वाले रास्ते में निर्माण कार्य करा दिया गया है, जिससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। रास्ता बंद होने से पीएम कराने के लिए परिजनों को अस्पताल से आधा किमी दूर कलेक्ट्रेट से घूमकर जाना पड़ता है। डॉक्टर्स को भी दिक्कतें होती है। कई बार डॉक्टर बाइक में बैठ पीएम रूम जाते हैं।


एक दिन पहले कमिश्नर ने दी थी नसीहत
एक दिन पहले ही कमिश्नर शोभित जैन अस्पताल पहुंचे थे। यहां दर्जनों अव्यवस्थाएं मिली थी। कमिश्नर ने अव्यवस्थाओं को सुधारने का अल्टीमेटम दिया था लेकिन कोई असर नहीं हुआ। 24 घंटे के भीतर ही प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हो गई।

हादसे में मौत के बाद पीएम कक्ष जाने के लिए शव वाहन नहीं मिला था, जिससे परिजन नाराज थे। निर्माण होने की वजह से पीएम कक्ष का रास्ता डायवर्ट किया गया है। मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाइश दी। पीएम कराने के बाद घर तक शव ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था कराई गई ।
सुरेश अग्रवाल, एसडीएम सोहागपुर