
सड़क में तड़प रहा था बैल, कलेक्टर का फोन भी नहीं उठाए अफसर, डॉक्टरों को आधी रात घर से उठवाया
शहडोल। लडख़ड़ाई पशु चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही का नजारा उस वक्त देखने को मिला, जब कलेक्टर का फोन भी अफसर नहीं उठाए। सड़क में बैल तड़प रहा था और लगातार खून बह रहा था। कलेक्टर ललित दाहिमा ने पशु चिकित्सा सेवाओं से जुड़े अफसर और डॉक्टरों को फोन लगाया तो किसी का फोन बंद था तो किसी डॉक्टर का फोन ही नहीं उठा। बाद में कलेक्टर रात 11 बजे खुद घटनास्थल पर पहुंच गए और अधिकारियों को डॉक्टरों के घर रात में ही भेजकर उठवाया। बाद में कलेक्टर ने मौके पर खड़े होकर बैल का इलाज कराया। जानकारी के अनुसार, शहर के गंज मार्ग में एक बैल को वाहन ने टक्कर मार दी थी। सिर और आंख में गंभीर चोट होने की वजह से काफी खून बह रहा था। घटना की जानकारी कामधेनु गौ सेवा के गौ सेवक गौरव मिश्रा ने कलेक्टर ललित दाहिमा को दी। कलेक्टर दाहिमा ने अधिकारियों को फोन लगाया तो बंद मिला। बाद में कलेक्टर खुद मौके पर पहुंचकर वेटनरी विभाग से जुड़े अधिकारी- कर्मचारियों को घर से बुलवाया।
सीएमओ, तहसीलदार और टीआई को बुलाया, डॉक्टर के घर भेजा
कलेक्टर दाहिमा सीएमओ नगरपालिका, तहसीलदार और टीआई कोतवाली को भी रात में बुला लिया। बाद में दो अलग- अलग वेटनरी डॉक्टरों को बुलाने के लिए घर भेजा। तहसीलदार ने आरआई और पटवारी के माध्यम से डॉ गुप्ता को बुलाने के लिए भेजा। उधर कोतवाली टीआई को डॉ उमेश मिश्रा को घर से बुलाने के लिए कहा गया। डॉक्टरों के पहुंचते ही कलेक्टर ने जमकर फटकार लगाई और दूसरे दिन मीटिंग भी बुला ली।
24 घण्टे का रोस्टर मंगाया, दूसरे दिन से लगा दी ड्यूटी
कलेक्टर ने दूसरे ही दिन अधिकारियों की मीटिंग ली। उन्होने निर्देश दिए कि रोस्टर के साथ अधिकारी मीटिंग में आए। बैठक लेकर कलेक्टर ने 24 घण्टे पशु चिकित्सा सेवाएं देने का आदेश दे दिया। इस आपातकालीन पशु चिकित्सा सेवा के लिए मोबाईल पर भी सम्पर्क किया जा सकेगा। आपालकालीन सेवा में चिकित्सक औषधियों एवं आवश्यक उपकरणों के साथ 24 घण्टे आपाल कालीन कक्ष में उपलब्ध रहेगें। सेामवार से रविवार तक सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक डॉ यू के मिश्रा, डॉ आर डी दुबे, दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक डॉ आर बी गुप्ता एवं डॉ दिलीप प्रजापति तथा राता 8 बजे से सुबह 7 बजे तक डॉ ओ पी सिंह सोमवार, डॉ दीपक पाण्डेय मंगलवार, डॉ के के शर्मा बुधवार, डॉ एम के चतुर्वेदी गुरूवार, डॉ दीपक पाण्डेय शुक्रवार, डॉ के के शर्मा शनिवार एवं डॉ एम के द्विवेदी रविवार सेवाएं प्रदान करेंगे।
मैने घर से उठवाया, दूसरे दिन से 24 घण्टे ड्यूटी
रात में बैल के घायल होने की जानकारी मिली थी। मैंने वेटनरी विभाग के अधिकारियों को फोन लगाया तो किसी का फोन बंद था तो किसी का फोन नहीं उठा। मैं खुद मौके पर पहुंच गया। तहसीलदार, सीएमओ और टीआई को भी बुलाया। बाद में डॉक्टरों को घर से बुलवाया गया। मामले में वेटनरी विभाग के डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई। मैने दूसरे दिन से 24 घण्टे अलग-अलग शिफ्टों में ड्यूटी लगा दी है।
ललित कुमार दाहिमा, कलेक्टर शहडोल
Published on:
28 Jul 2019 01:26 pm
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