
धनपुरी. नगर सहित पूरा कोयलांचल क्षेत्र कोयला खदानों के इर्द-गिर्द बसा हुआ है यही कारण है कि बड़ी संख्या में शहर की सडक़ों से कोयले से भरे बड़े-बड़े वाहन आवागमन करते हैं जिस कारण से सडक़ की हालत तो जर्जर हो ही रही है लेकिन उससे बड़ी समस्या लोगों के लिए कोल डस्ट बन गई है। पूरे दिन सडक़ों पर उड़ती धूल आवागवन करने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। वर्तमान समय में अगर देखा जाए तो गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है। सडक़ों पर धुएं का गुबार नजर आता है और सडक़ पर चलने वाले वाहन लोगों को दिखाई नहीं देते जिस कारण दुर्घटना की संभावना भी बढ़ जाती है।
इन तीन मार्गों में अधिक समस्या
धनपुरी से लेकर पूरे कोयलांचल क्षेत्र में कोलडस्ट के कारण इन तीन मार्गों पर सबसे अधिक समस्या नजर आती है। सुभाष चौक से लेकर रेलवे फाटक तक, बघइया नाले से लेकर अमलाई ओपन कास्ट तक और धनपुरी के मुख्य मार्ग पर भी पिछले कुछ दिनों से यह समस्या एक गंभीर समस्या का रूप ले चुकी है। यहां की सडक़ों पर अगर देखा जाए तो पूरे दिन कोयले के बड़े-बड़े वाहन सडक़ पर चलते रहते हैं जिस कारण से कोयले के छोटे-छोटे टुकड़े सडक़ों पर गिरते हैं और धीरे-धीरे यही छोटे-छोटे कोयले के टुकड़े डस्ट का लेकर समस्या को बढ़ाते हैं। वहीं कोल डस्ट के कारण लोग गंभीर बीमारी का भी शिकार हो रहे हैं।
नहीं होता पानी का छिडक़ाव
कोयलांचल क्षेत्र में कोल डस्ट की समस्या कई वर्षों से देखी जा रही है। पूर्व में यह देखा जाता था कि सुबह-शाम दो बार महाप्रबंधक कार्यालय से लेकर रेलवे फाटक तक पानी का छिडक़ाव किया जाता था। पानी का छिडक़ाव होने से काफी हद तक राहत भी लोगों को मिलती थी लेकिन वर्तमान में ऐसा कुछ भी देखा नहीं जा रहा है। लोगों का कहना है कि पानी का छिडक़ाव न होने से गर्मी के मौसम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाएगी।
Updated on:
18 Feb 2025 12:03 pm
Published on:
18 Feb 2025 12:02 pm
बड़ी खबरें
View Allशहडोल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
