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गाजे बाजे के साथ मंदिर पहुंची बन्दर की अर्थी, जानिए क्या था रहस्य..

गाजे बाजे के साथ मंदिर पहुंची बन्दर की अर्थी, जानिए क्या था रहस्य..

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Shubham Singh

Aug 02, 2017

monkey photo

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शहडोल । मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली बकहो ग्राम पंचायत में बंदर की कुत्तो के काटने से मौत के बाद ग्रामीणों ने बाजे गाजे के साथ अर्थी निकाल नगर भ्रमण करा भू समाधी दे एक अनूठी मिशाल पेश की है शहडोल जिले के जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बकहो वार्ड नं 6 कुछ बंदर रहते थे गत सोमवार को एक बंदर को कुछ कुत्तों ने नोच कर जख्मी कर दिया था। तबसे वह वही घायल अवस्था में पड़ा था। आसपास के लोग उसका इलाज भी किया, जिंदगी मौत की इस लड़ाई के बाद मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।

बंदर के मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और बंदर की मौत से ग्रामीण दुखी हो गये । इस पर उक्त गांव के साथ पास-पड़ोस के लोगों ने उसके शव का अंतिम संस्कार वैदिक परम्पराओ के अनुसार करने का निर्णय लिया । मृत बंदर को नाहला कर नये केसरिया वस्त्र पहना अर्थी गाजेबाजे के साथ नगर भ्रमण कराया ।

यह अर्थी जिस मार्ग से गुजरी वहा पर मौजूद लोगों ने पुष्प अर्पित कर भगवान हनुमान के प्रतिरूप माने जाने वाले बंदर को नम आखो से अंतिम विदाई दी । जिसके बाद हनुमान मंदिर के समीप भू समाधि दे दी गई। लोगों का मत है कि उक्त स्थान पर हनुमान जी के मंदिर का निर्माण सभी के सहयोग से किया जायेगा।

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