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अनूपपुर. अभी तक तो लोग बेटियों को ही झाडिय़ों, जंगल आदि में फेक रहे थे अब एक हफ्ते के अंदर दो बच्चों को झाडिय़ों में फेंकने की घटनाएं सामने आईं हैं। हाल ही में अनूपपुर में कुछ दिन पहले एक बच्चे को किसी ने झाडिय़ों में फेंक दिया था अब सोमवार को भी एक और बच्चा मिला है। नर्सरी में मिले बच्चे को लोगों ने अस्पताल पहुंचा दिया है, उसकी हालत स्वस्थ बताई जा रही है।
अनूपपुर जिले की गोविंदा कॉलोनी में सोमवार को नर्सरी इलाके से एक शिशु मिला है। शिशु को किसी ने थैले में भरकर यहां फेक दिया था। सुबह साढ़े पांच बजे जब लोग वहां से निकल रहे थे तो कुछ महिलाओं ने उसके रोने की आवाज सुनी। रोने की आवाज सुनकर महिलाएं जब वहां पहुंचीं तो लहूलुहान के एक शिशु थैले में बंद पड़ा मिला। थैले में भी खून के निशान लगे हुए थे और नवजात के सिर से भी खून निकल रहा था।
लोगों ने शिशु की हालत देखकर तुरंत डायल 100 को फोन किया। मौके पर पहुंची डायल 100 टीम ने शिशु को वहां से उठाया और कोतमा अस्पताल पहुंचाया। टीम ने मौका मुआयना भी किया और वहां से सबूत जुटाए। कोतमा में डा. अमित सिंह ने बच्चे का चेकअप किया। डॉक्टरों ने बच्चे की अवस्था देखकर बताया कि बच्चा प्रसव के लगभग 24 घंटे बाद फेकने की बात कह रहे हैं। बच्चे के सिर में चोट होने की वजह से उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसे प्राथमिक उपचार देकर अनूपपुर जिला अस्पताल के लिए रैफर किया गया है। बच्चे के मिलने की सूचना पर वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए। हालांकि अभी प्राथमिक जांच में ये सामने आ रहा है कि किसी ने लोकलाज के भय से बच्चे को फेक दिया होगा। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है।
अनूपपुर में मिले बच्चे की मौत
वार्ड 10 में 20 जुलाई को सुबह एक शिशु झाडिय़ों के बीच मिला था। उसे लोगों ने रेस्क्यू करके अस्पताल पहुंचाया था। हालांकि उसकी हालत बहुत खराब थी। उसे चींटियों ने बुरी तरह से घायल कर दिया था। वह पूरी तरह से लहूलुहान था। डॉक्टरों ने उसे बहुत बचाने का प्रयास किया लेकिन 22 जुलाई को रात लगभग 11 बजे उसकी मौत हो गई।
Updated on:
24 Jul 2018 02:52 pm
Published on:
24 Jul 2018 02:40 pm
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