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मैकल पर्वत श्रृंखला की तराई में पांडवों ने बनवाई थी एक लाख गुफा

लखवरिया के ग्रामीणों से प्राप्त की पुरातात्विक धरोहरों की जानकारी

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मैकल पर्वत श्रृंखला की तराई में पांडवों ने बनवाई थी एक लाख गुफा

मैकल पर्वत श्रृंखला की तराई में पांडवों ने बनवाई थी एक लाख गुफा


अपर कलेक्टर ने लखवरिया की गुफाओं का किया निरीक्षण
शहडोल. जिले के जनपद पंचायत बुढार के भ्रमण के दौरान अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा लखबरिया धाम पहुंचकर वहां की गुफाओं का निरीक्षण किया। उनके संबंध में ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की। ग्रामीणों ने बताया कि महाभारत काल में पांडवों ने अपने अज्ञातवास का कुछ समय जिले के बुढार तहसील अंतर्गत लखबरिया गांव में भी बिताया था। इस दौरान वे तब के घने जंगलों के बीच अरझुला क्षेत्र में पहुंचे थे। वहां रहते हुए एक ऐसी गुफा बनाई जिसमें एक लाख कक्ष थे। इसके बाद उसका नाम लखबरिया पड गया। यह क्षेत्र मैकल पर्वत श्रृंखला की तराई में स्थित है। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर ने लखबरिया के पुरातात्विक धरोहरों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। जिस पर ग्रामीणों ने बताया कि पुरातात्विक सर्वेक्षण के दौरान मिले शिलालेखों से यह तथ्य सामने आता है कि लखबरिया में स्थित गुफाओं का निर्माण दूसरी-तीसरी सदी से छठवीं सदी के दौरान किया गया होगा। कठोर लाल रेत और मजबूत चट्टानों से निर्मित इस गुफा में अब कुछ ही कमरे सुरक्षित बचे हैं। बाकी सभी का प्रवेश द्वार मिट्टी से दब गया है। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर ने लखबरिया तालाब का निरीक्षण किया तथा तालाब के मान्यताओं के संबंध में भी ग्रामीणों से चर्चा की। उन्हे बताया गया कि तालाब से आज भी ऐसी कई प्रतिमाएं निकलती हैं जो यह बताती हैं कि पांडवकालीन समय में यहां उनकी गतिविधियां रही होंगी। लखबरिया की गुफाओं का रहस्य जानने आज भी लोग दूर-दूर से शहडोल पहुंचते हैं। इस दौरान अपर कलेक्टर ने लखबरिया मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की तथा मंदिर के महत्व के संबंध में भी पुजारियों से जानकारी प्राप्त की। पुजारियों ने बताया कि मंदिर पुरातत्व विभाग की धरोहर है तथा इसके संरक्षण की जिम्मेदारी पुरातत्व विभाग की है, हम इसकी देखरेख करते हैं। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर के साथ संबंधित विभाग के अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।