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समय पर प्रसूता को इलाज न मिलने पर हुई मौत, परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप

दिनभर तड़पती रही प्रसूता, 24 घंटे बाद कराया प्रसव परिजनों से की अभद्रता


दिनभर तड़पती रही प्रसूता, 24 घंटे बाद कराया प्रसव परिजनों से की अभद्रता
शहडोल. चिकित्सकों की लापरवाही से मेडिकल कॉलेज में प्रसूता की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। जानकारी के अनुसार इन्द्रवति यादव पति गजेन्द्र यादव 24 वर्ष निवासी ग्राम मसौरा जनकपुर को 9 अगस्त को प्रसव पीड़ा होने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां चिकित्सकों ने सोनोग्राफी कराने के बाद नॉर्मल डिलेवरी होने की बात कही थी। महिला पूरी रात दर्द से तड़पती रही लेकिन चिकित्सकों ने उसका ऑपरेशन नहीं किया। 10 अगस्त को 11 बजे ऑपरेशन की तैयारी की और ओटी ले जाने के बाद बिना ऑपरेशन के ही महिला ने स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया। लेकिन महिला की हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। चिकित्सकों ने प्रसूता को ब्लड की कमी बताई, परिजन जिला चिकित्सालय से ब्लड लेकर गए। वहीं शाम करीब 4 बजे प्रसूता की मौत हो गई। चिकित्सकों ने रात करीब साढ़े 10 बजे परिजनों को शव दिया। जिसके बाद रविवार की दोपहर उसका अंतिम संस्कार हो सका। मृतिका के परिजन बालमीक यादव ने बताया कि बार-बार चिकित्सकों से ऑपरेशन कर प्रसव कराने की मिन्नतें करते रहे, लेकिन चिकित्सकों ने अभद्रता करते हुए ऑपरेशन करने से मना कर दिया। परिजनों का कहना है कि समय रहते अगर ऑपरेशन हो गया होता तो प्रसूता की जान बच सकती थी। चिकित्सकों के अभद्र्रता किए जाने व समय पर इलाज न करने की शिकायत परिजनों ने 181 में भी की है।
सर्पदंश से 5 वर्षीय बालक की मौत
ब्यौहारी के ग्राम बराछ में बीती रात शिवेन्द्र कोल पिता अजय कोल 5 वर्ष परिजनों के साथ सो रहा था, इसी दौरान वह सर्प दंश का शिकार हो गया। परिजनों को जानकारी लगते ही वह झाडफ़ूंक कराने में व्यस्त हो गए। बालक की तबियत में जब सुधार नहीं हुआ तो अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उपचार के बाद मृत घोषित कर दिया। बताया गया कि बालक सुबह 6 बजे सर्पदंश का शिकार हुआ था।