
Such grabbed the land of villagers, now they are getting coal production by giving contract to private company
शहडोल. एसइसीएल अंतर्गत भूमि अधिग्रहण और नौकरी को लेकर नाराज ग्रामीणों ने विरोध जताया है। बटुरा और बकही गांव के सैकड़ों किसानों ने शारदा खदान शुरू करने के नाम ग्रामीण किसानों की कीमती भूमि अधिग्रहण कर कोयला उत्पादन का कार्य प्राइवेट कंपनी को ठेका देकर शुरू कर दिया गया है, लेकिन आज तक किसानों को नौकरी नहीं दी है। जिससे नाराज किसानों ने खदान के नजदीक नारेबाजी कर विरोध जताया। मांग पूरी नहीं किये जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
नौकरी के लिए लगाना पड़ रहा चक्कर
दरअसल एसईसीएल की शारदा ओपन खदान के लिए वर्ष 2014 में शहडोल जिले के बटुरा व बकही के किसानों की 329 एकड़ जमीन अधिग्रहण की गई थी। जिसमें लगभग 254 लोगो को नौकरी दिया जाना था, लेकिन नौकरी नहीं दी गई। 8 साल बीत जाने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन आज तक ग्रामीणों को नौकरी के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने कई बार मांग की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जिसके बाद किसान शारदा कोयला खदान के नजदीक पहुंचकर नारेबाजी कर विरोध जताया।
नौकरी मांगने पर दर्ज करा देते हैं मामला
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि विरोध करने और नौकरी मांगने पर कंपनी के अधिकरियों द्वारा उल्टा मामला दर्ज कर दिया जाता है। इसके अलावा शारदा माइंस में कोयला उत्पादन के लिए हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है। इसकी वजह से बड़े-बड़े बोल्डर घरों में आकर गिर रहे हैं। जिस कारण यहां के ग्रामीणों के घरों की दीवारों पर दरारें आ गई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि खेती-किसानी भी प्रभावित हो रही है।
Published on:
06 Mar 2022 01:46 pm
बड़ी खबरें
View Allशहडोल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
