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अचानक जंगल में सामने आए चार बाघ, पेड़ पर चढ़कर इस तरह बचाई जान

तेंदूपत्ता तोड़ते वक्त जंगल में पहुंचे बाघ, पेड़ पर चढ़कर मजदूरों ने बचाई जान

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Suddenly four tigers surfaced in the forest, saved life by climbing trees

तेंदूपत्ता तोड़ते वक्त जंगल में पहुंचे बाघ, पेड़ पर चढ़कर मजदूरों ने बचाई जान

शहडोल। तेंदूपत्ता तोड़ते वक्त जंगल में अचानक बाघ पहुंच गए। जान बचाने के लिए कुछ ग्रामीण झाडिय़ों में छिप गए तो वहीं कई मजदूर पेड़ों पर चढ़ गए। लगभग एक घंटे तक ग्रामीण पेड़ पर चढ़े रहे। बाद में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और हाथियों की मदद से रेस्क्यू किया। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत महसूस की और पेड़ों से नीचे उतरे। मामला शहडोल के ब्यौहारी अंतर्गत बोचरो चींटीमार गांव का है। यहां जंगल में ग्रामीण हर दिन की तरह तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए गए हुए थे। ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे तभी सामने से चार से बाघ आते हुए दिखाई दिए। बाघों को करीब आता देख ग्रामीण झाडिय़ों में छिप गए। कुछ ग्रामीण पेड़ पर चढ़ गए। ग्रामीणों ने सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम हाथी दल के साथ मौके पर पहुंच गई। यहां पर हाथियों की मदद से बाघों को खदेड़ा गया। बांधवगढ़ और संजय नेशनल पार्क का कॉरीडोर होने की वजह से अक्सर इस क्षेत्र में बाघों का मूवमेंट रहता है।
आग जलाकर भी किया भगाने का प्रयास
ग्रामीणों ने बताया कि बाघों के पहुंचते ही आग जला दिया था। आग जलाने के बाद भी बाघ नहीं भागे तो ग्रामीण पेड़ पर चढ़ गए। बताया गया कि तेंदूपत्ता तोडऩे के दौरान कुछ महिलाएं और बच्चे भी थे।
दो माह से बाघों का मूवमेंट
आखेटपुर क्षेत्र में पिछले दो माह से बाघों का मूवमेंट है। यहां वन विभाग की टीम ने पहले से ग्रामीणों को सचेत कर रखा था। साथ ही बाघों के मूवमेंट पर बचने के तरीके भी बताए थे। गांवों में लगातार मुनादी भी कराई जा रही थी।