ग्राम बाल संरक्षण समिति यह देखे कि जिले में एक भी बच्चा निराश्रित न रहे
बाल संरक्षण योजनाओं पर आयोजित हुई कार्यशाला


बाल संरक्षण योजनाओं पर आयोजित हुई कार्यशाला
शहडोल. महिला एवं बाल विकास विभाग ने गुुुरुवार को मनास भवन में कार्यशाला का आयोजन किया। मध्य प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग भोपाल की सदस्य मेघा पवार ने बालकों के अधिकारों और उनके संरक्षण की जानकारी देते हुए ग्राम बाल संरक्षण समिति के दायित्वों पर प्रकाश डाला। ग्राम स्तर पर गठित ग्राम बाल संरक्षण समिति से अपील करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी बच्चा कठिन परिस्थितियों में न रह पाए। कार्यशाला में किशोर न्याय अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, बाल विवाह प्रतिशत अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी चलचित्र एवं व्याख्यान के माध्यम से दी गई। कार्यशाला में साइबर सुरक्षा एवं भ्रूण लिंग जांच कानून की जानकारी उपलब्ध कराई गई। नाटक के माध्यम से बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड की प्रक्रिया एवं बालक के पुनर्वास का चित्रण दिखाया गया। कार्यशाला में डॉक्टर अंशुमन सोनारे ने पीसीपीएंडडीटी कानून की जानकारी दी। साइबर सुरक्षा के विषय मे सत्यप्रकाश मिश्र ने बताया। बाल कल्याण समिति के सदस्य पूर्णिमा चौधरी एंव प्रीति नामदेव ने बाल कल्याण समिति की प्रक्रिया और दत्तक ग्रहण की जानकारी दी। जिले में बच्चों को दागने की कुरीति के विषय पर दुष्परिणामों और समाधान पर चर्चा की गई। संजीता भगत ने मिशन शक्ति के अंतर्गत वन स्टॉप सेंटर की आवश्यकता और सेवाओं की जानकारी दी। नाटक के माध्यम से मिशन पालना के उद्देश्य का चित्रण किया गया।
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