शहडोल. दिव्यांग होने की वजह से जिस बच्चे को परिजनो ने त्याग दिया था उस बच्चे की परवरिश अब विदेश में होगी। शहडोल के शिवालय शिशु गृह में पल रहे 14 माह के अक्षय को फिनलैंड के हिलसिंकी निवासी ईवा हेलेना पुत्रो ने एडाप्ट किया है। जिसे लेने के लिए वह रविवार को शहडोल पहुंची। जहां सोमवार को पूरी प्रक्रिया के बाद बच्चे को उनके सुपुर्द कर दिया गया। अब वह बच्चे को लेकर दिल्ली जाएंगी वहां से फिनलैंड के लिए रवाना होगी। फिनलैंड निवासी ईवा हेलेना पुत्रो बायोपिक स्क्रिप्ट राइटर हैं। वह बच्चे को गोद लेना चाहती थी। इसलिए उन्होने 21 मई 2022 को शिवालय शिशु गृह में पल रहे अक्षय को एडाप्ट करने के लिए केन्द्रीय दत्तक गृहण संसाधन प्राधिकरण नई दिल्ली में आवेदन कर रिजर्व किया था। जिसके बाद आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद जिला प्रशासन को कारा से एनओसी भेजा गया था। जिसके बाद सोमवार को अक्षय को ईला हेलेना पुत्रो के सुपुर्द किया गया। फिनलैंड के हिलसिंकी निवासी ईवा हेलेना पुत्रो का बनारस से विशेष लगाव है। वह इसके पहले वर्ष 1995 और वर्ष 2005 में भारत भ्रमण करने आई थी। दोनो ही बार वह बनारस गई थी। जहां की संस्कृति उन्हे बहुत पंसद आई। भारत भूमि से उन्हे विशेष लगाव हो गया। इसी वजह से उन्होने यहां के बच्चे को ही एडाप्ट करने का मन बनाया।