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सरफा तक पानी लाने सोन नदी में बैराज निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग की एनओसी का इंतजार

27.43 करोड़ की लागत से राज्य डीएमएफ मद से होना है निर्माण

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शहडोल. सोन नदी में बैराज निर्माण के लिए राज्य खनिज मद से स्वीकृति के बाद तकनीकी स्वीकृति के लिए जल संसाधन विभाग की एनओसी का इंतजार है। डीपीआर के अनुमोदन के साथ ही बैराज निर्माण कार्य की आगे की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। इसके लिए नगर पालिका ने लगभग एक सप्ताह पूर्व जल संसाधन विभाग को डीपीआर सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करा दिए हैं। हालांकि अभी तक जल संसाधन विभाग से इस संबंध में कोई पत्राचार या जानकारी नगर पालिका को उपलब्ध नहीं कराई गई है। उल्लेखनीय है कि नगर में समुचित जलापूर्ति के लिए सरफा में पर्याप्त पानी की उपलब्धता बनाए रखने सोन नदी में बैराज निर्माण के लिए लंबे अर्से से प्रयास किया जा रहा था।

27.43 करोड़ से निर्माण

जानकारी के अनुसार नगर सहित मेडिकल कॉलेज व अन्य संस्थानों में पेयजल आपूर्ति की समस्या के समाधान के लिए सोन नदी में बैराज निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसमें 215 मीटर लंबा और 10 मीटर ऊंचा बैराज, 12 एमएलडी क्षमता का इंटेकवेल, पपिंग मशीनरी, ट्रांसमिशन लाइन, 33 केव्ही लाइन, स्टॉफ क्वार्टर, राइजिंग पाइप लाइन का कार्य 27.43 करोड़ से किया जाना है।

नाला निर्माण के लिए प्रशासकीय स्वीकृति का इंतजार

नगर के गांधी चौक में होने वाले जल भराव से शहर वासियों को निजात दिलाने के लिए नगर पालिका ने एक वर्ष पूर्व नाला निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया था। इसके लिए डीएमएफ मद से स्वीकृति भी मिल गई है, लेकिन प्रशासकीय स्वीकृति अब तक जारी नहीं हो पाई है। इसके चलते नाला निर्माण की प्रक्रिया अधर में लटक गई है। अब जब बारिश का सीजन नजदीक है तो लोगों को फिर जल भराव की चिंता सताने लगी है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस भवन बुढ़ार चौक से लेकर गांधी चौक के बीच एकत्रित होने वाले वर्षा जल के समुचित निकासी के लिए लगभग 1 करोड़ 25 लाख की लागत से बड़े नाला निर्माण के लिए नगर पालिका ने प्रस्ताव तैयार किया था। इस प्रस्ताव को डीएमएफ मद से स्वीकृति भी मिल चुकी है। नगर पालिका ने प्रशासकीय स्वीकृति व राशि आवंटन के लिए खनिज विभाग को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अब तक प्रशासकीय स्वीकृति जारी नहीं हो सकी है। ऐसे में इस बरसात भी लोगों को गांधी चौक में जलभराव की स्थिति का सामना करना पड़ेगा।

इनका कहना है
बैराज निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग से एनओसी चाही गई है। एनओसी मिलने के साथ ही तकनीकी स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। नाला निर्माण के लिए खनिज विभाग से प्रशासकीय स्वीकृति जारी नहीं हुई है। स्वीकृति व बजट उपलब्ध होने के साथ ही आगे की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ शहडोल