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विधायक और एसडीएम के बीच मजदूरो की वार्ता विफल, ओपीएम प्रबंधन नहीं मान रहा बात

बरसात में खुले आसमान के नीचे २१ दिनों से धरने पर बैठें है मजदूर

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 Workers fail between MLA and SDM, failed OPM management thing

विधायक और एसडीएम के बीच मजदूरो की वार्ता विफल, ओपीएम प्रबंधन नहीं मान रहा बात


विधायक और एसडीएम के बीच मजदूरो की वार्ता विफल, ओपीएम प्रबंधन नहीं मान रहा बात
शहडोल/ बरगवां . ओपीएम प्रबंधन के खिलाफ ठेका श्रमिक ५१ विंदुओं की मांग को लेकर बरसात के मौसम में खुले आसमान के नीचे २१ दिनो से धरने पर बैठे है। जिसके समझौते के लिए क्षेत्रीय विधायक और एसडीएम भी दो बार मजदूरों के बीच वार्ता कर चुके है। लेकिन प्रबंधन की हठधर्मिता के चलते मांगों का समाधान नहीं हो पा रहा है। सैकड़ों मजदूर अनशन स्थल पर ही रात दिन बिता रहे है।

बताया गया है कि मेसर्स ओरियन्ट पेपर मिल अमलाई के प्रबंधन द्वारा नियुक्त ठेेकेदारों के माध्यम से विगत 17-18 वर्षो से ठेका मजदूरों से स्थायी प्रकृति व विभिन्न विभागों में कार्य लिया जा रहा था। विगत 11 अगस्त 2018 को प्रबंधक ने मांग-पत्र पर मजदूर विरोधी अनाधिकृत मजदूर संघो से समझौता कर लेबर यूनियन (एटक) 70 प्रतिशत बहुमत होते हुए भी दर किनार कर दिया गया। अब ऐसे प्रभावित सैकड़ों श्रमिक सहित हजारो ठेका श्रमिक प्रबंधन द्वारा किये जा रहे शोषण के विरुद्ध 20 अगस्त से धरना स्थल पर बैठे हुए है। जिसमे 500-600 ठेका श्रमिक बारिश की परवाह किए बगैर आंदोलन में शामिल हो गए है।
धरना स्थल पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक जयसिंह मरावी ने मजदूरो की जायज मांगो का समर्थन कर उद्याोग मंत्री से बात की। जिस पर एसडीएम सोहागपुर ,तहसीलदार बुढ़ार व टीआई अमलाई धरना स्थल पर आकर मजदूरों की मांग से अवगत हुए। धरना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों को यूनियन ने 31 अगस्त को 53 सूत्रीय मांग पत्र दिया। इसी सिलसिले में एसडीएम सोहागपुर द्वारा 2 सितम्बर 2018 को बुढ़ार रेस्ट हाउस में दोपहर दो बजे यूनियन एवं प्रबंधन की बैठक बुलाई गई। इस बैठक बैठक में क्षेत्रीय विधायक मरावी , तहसीलदार बुढ़ार एवं टीआई अमलाई इंस्पेक्टर और सहायक श्रमायुक्त शहडोल तो उपस्थित हुए, लेकिन ओपीएम प्रबंधन उपस्थित नहंी हुआ। । प्रबध्ंान के उपस्थित न होने से मामले पर कोई निष्कर्ष नहीं निकला। जिससे मजदूरों का आंदोलन और अधिक उग्र हो गया है।
ओपीएम लेबर यूनियन के अध्यक्ष आरएस त्रिपाठी , सचिव श्रीकान्त मिश्रा तथा रूद्र प्रताप दुबे ने बताया कि मजदेरों का हक नहीं मिल रहा है। जिसके लिए मजदूर आंदोलन रत है। लेकिन प्रबंधन और प्रशासन मजदूरों की मांग को नहीं मान रहा है। मजदूर मांग पूरी होने तक धरना जारी रखेगें।